हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी के चौथे महाअधिवेशन के दस्तावेज़ (28-31 अक्तूबर, 2010)

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प्रथम प्रकाशन, जुलाई 2011

हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी का चौथा महाअधिवेशन अक्तूबर 2010 के अंतिम सप्ताह में सम्पन्न हुआ था। चौथे महाअधिवेशन में पूरे देश से तथा विदेश निवासी हिन्दोस्तानियों में से प्रतिनिधि उपस्थित थे। अधिकतम प्रतिनिधि मजदूर वर्ग से थे। लगभग आधे प्रतिनिधि 25 वर्ष से कम उम्र के थे और एक तिहाई महिलायें थीं। चौथे महाअधिवेशन की रिपोर्ट कामरेड लाल सिंह द्वारा, तीसरे महाअधिवेशन में चुनी गई केन्द्रीय समिति की ओर से, पेश की गई। इस पर लंबी चर्चा हुई और महाअधिवेशन ने इसे स्वीकार किया। चौथे महाअधिवेशन के फैसले के अनुसार, इसे प्रकाशन के लिये संपादित किया गया है। इस प्रकाशन में चौथे महाअधिवेशन द्वारा अपनाये गये प्रस्ताव भी शामिल हैं।

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मुंबई में 13 जुलाई के आतंकवादी हमलों की निन्दा करें!

हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी मुंबई में 13 जुलाई, 2011 को तीन जगहों पर हुये आतंकवादी हमलों की निन्दा करती है।

इस अखबार के प्रकाशन के समय, सरकारी आंकड़ों के अनुसार 27लोगों की मौत हुई है और समाचार सूत्रों के अनुसार, लगभग सैकड़ों लोग बुरी तरह घायल हुये हैं। बहुत से लोगों की भारी आर्थिक क्षति भी हुई है। मृत लोगों के परिवारों, जीवन-मौत के बीच जूझ रहे लोगों, बुरी तरह घायल लोगों और आर्थिक क्षति के शिकार बने लोगों को हमारी पार्टी दिल से हमदर्दी प्रकट करती है। जैसा कि पहले भी हुआ है, इस बार भी मुंबई के लोगों ने धर्म और इलाके के भेदभाव की परवाह किये बिना, आगे आकर पीडि़तों की मदद की।

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पाकिस्तान पर अमरीकी साम्राज्यवादी हमले मुर्दाबाद!

पाकिस्तान की सरकार और लोगों को अपनी संप्रभुता की हिफाज़त करने का पूरा अधिकार है!

अमरीकी साम्राज्यवादी “आतंकवाद पर जंग” के नाम पर, पाकिस्तान पर अपना दबाव बढ़ा रहे हैं। 22 जून, 2011 को अमरीकी राष्ट्रपति ओबामा ने अपने भाषण में पाकिस्तान को साफ-साफ धमकी दी कि उसे अमरीका के “आतंकवाद पर जंग” का पूरा-पूरा समर्थन करना चाहिये और अमरीका पाकिस्तान म

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ब्रिटेन में पेंशन कटौतियों के खिलाफ़ शिक्षकों और सार्वजनिक क्षेत्र के मज़दूरों के विरोध प्रदर्शन

गुरुवार, 30 जून 2011, ब्रिटेन की गठबंधन सरकार की पेंशन सुविधाओं में कटौतियों की नीति के खिलाफ़, देश भर में संचालित हड़ताल कार्यवाईयों का पहला दिन था।

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वित्त पूंजी की तानाशाही के विरुद्ध यूनान में बग़ावत

28 और 29 जून, 2011 को जब यूनान की संसद “कठोरता” कानून को पास करने के लिये जमा हुई, तब यूनान में दसियों हजारों लोग इसके विरोध में सड़कों पर उतरे। कानून का सार है यूरोपीय और वैश्विक बैंकों के अपार लालच के लिये मेहनतकश लोगों की जबरदस्त लूट (बॉक्स देखिये)

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सार्वजनिक वितरण व्यवस्था के बजाय पैसे देने के प्रस्ताव की कड़ी निंदा करें!

हिन्दोस्तान में सार्वजनिक वितरण व्यवस्था को खत्म करने की सरकार की विभिन्न कोशिशों में सबसे हाल की कोशिश ‘पैसे देने’ का तथाकथित प्रस्ताव है। इस योजना के अनुसार, गरीबी रेखा से नीचे आने वाले परिवारों को सार्वजनिक वितरण व्यवस्था के तहत भोजन आदि दिलाने के बजाय, अब कुछ पैसा दिया जायेगा।

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लोक राज समिति (संजय कालोनी) का धरना

शौचालय हमारे सम्मान का मसला है

लोक राज समिति (संजय कालोनी) ने अपने क्षेत्र में शौच व्यवस्था को सुचारू करने और नये शौचालय बनाने के अभियान को तेज करते हुए, 2जुलाई, 2011 से तीन दिवसीय धरने का आयोजन किया। यह धरना एक सांकेतिक धरना था। धरने का आयोजन दक्षिण दिल्ली के ओखला औद्योगिक क्षेत्र फेस 2में स्थित संजय कालोनी के पास किया गया।

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ठेकेदारी व्यवस्था तथा बाहर के स्रोत से काम करवाने के खिलाफ़ वोल्टास के मज़दूरों का विरोध

22 जुलाई, 2011 को वोल्टास एम्प्लाइज़ यूनियन द्वारा आयोजित क्रमिक भूख़ हड़ताल को 100 दिन पूरे हो रहे हैं। यह हड़ताल मुम्बई के चिंचपोकली में स्थित कम्पनी मुख्यालय के सामने जारी है। वोल्टास लिमिटेड, यह टाटा ग्रुप की कम्पनी है। 2009-10 में उसकी बिक्री के आंकड़े करीबन 4000करोड़ रु. थे, और कर पूर्व मुनाफ़ा 300 करोड़ रु. के ऊपर था।

मज़दूरों की चार मुख्य मांगे हैं:-

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एयर इंडिया के सभी यूनियनों का एकजुट संघर्ष

संपादक महोदय,

“एयर इंडिया को बचाने के लिए एयर इंडिया के सभी यूनियनों का एकजुट संघर्ष” शीर्षक वाले इस लेख को पार्टी की वेबसाइट पर पढ़ा। साथ ही साथ, एयर इंडिया पाइलट की मुख्य यूनियन आई.सी.पी.ए. द्वारा लोक राज संगठन और वेस्टर्न रेलवे मोटरमैन एसोसिएशन को लिखे गए पत्र सहित संघर्ष से सम्बंधित अन्य सामग्री प्रकाशित करने के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूँ।

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भूमि अधिग्रहण कानून: कम्युनिस्टों को ज़मीनी हक़ीक़त का जायज़ा लेना चाहिए

संपादक महोदय,

भूमि अधिग्रहण (संशोधन) बिल पर जानकारी से परिपूर्ण लेख प्रकाशित करने के लिए, मैं पार्टी को धन्यवाद देता हूँ।

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