कोविड-19 के संकट में दवाई कंपनियों ने भारी मुनाफ़ा कमाया
जब दुनियाभर में लोग कोविड और लॉकडाउन के भयंकर असर से त्रस्त हैं, देश और दुनिया में दवाई कंपनियों के पूंजीपति मालिक भारी मुनाफ़े लूट रहे हैं। ये दवाई कंपनियां लोगों की मजबूरी का फ़ायदा उठाते हुए तरह-तरह की दवाइयों को भारी क़ीमत पर बाजार में बेच रही हैं।
दवा उद्योग में मज़दूरों का अति-शोषण
वैश्विक बाज़ार में 20 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ हिन्दोस्तान को अक्सर ‘दुनिया की फार्मेसी’ कहा जाता है, क्योंकि वह जेनेरिक दवाओं का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है।
जेनेरिक दवा का मतलब है एक ऐसी दवा जिसमें वही रासायनिक पदार्थ होते हैं जो मूल रूप से रासायनिक पेटेंट द्वारा ...
हर प्रकार की बीमारी से मुनाफ़ा कमाना ही दवा उद्योग का मुख्य उद्देश्य और प्रेरणा है
लोगों को विभिन्न बीमारियों से बचाने के लिए टीकों की और बीमार होने पर उन्हें ठीक करने के लिए दवाओं की आवश्यकता होती है। हालांकि, हमारे देश और सभी पूंजीवादी देशों में लोगों को यह सेवा प्रदान करना दवा उद्योग का मक़सद नहीं है। लोगों की बीमारी से मुनाफ़ा कमाना और जल्दी ठीक होने की ...