मौजूदा पूंजीवादी-साम्राज्यवादी व्यवस्था का विकल्प क्या है और इसे हक़ीक़त में कैसे हासिल किया जा सकता है – 20वीं शताब्दी ने इस प्रश्न का एक स्पष्ट उत्तर प्रदान किया है। 1917 की रूसी क्रांति और सोवियत संघ में एक समाजवादी व्यवस्था के निर्माण ने सिद्धांत और व्यवहार में ऐसे विकल्प की स्थापना की और सबके सामने पेश किया।
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