महाराष्ट्र में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया

8 मार्च, 2024 को भिवंडी जन संघर्ष समिति (बीजेएसएस) ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के लिए एक सभा का आयोजन किया। … ठाणे में पुरोगामी महिला संगठन (पीएमएस), भारतीय महिला फेडरेशन (बीएमएफ), जमात-ए-इस्लामी हिंद, और फातिमा शेख स्टडी सर्कल (एफएसएससी, मुंब्रा) ने संयुक्त रूप से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के लिए एक सभा की। कार्यक्रम रविवार 10 मार्च को आयोजित किया गया था।

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सिखों के जनसंहार की 39वीं बरसी पर जनसभा :      
न्याय के लिए संघर्ष से सबक

सिखों के भीषण जनसंहार की 39वीं बरसी पर 1 नवंबर को नई दिल्ली में एक सभा आयोजित की गई। सभा में राजनीतिक एवं सामाजिक कार्यकर्ता, छात्र, नौजवान तथा समाज के सभी तबकों के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए।

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Justice-Ajit-Singh-Bains

कामरेड लाल सिंह का संदेश :
हम जस्टिस अजीत सिंह बैंस के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हैं

मानवाधिकारों और लोकतांत्रिक अधिकारों के जुझारू सेनानी जस्टिस अजीत सिंह बैंस का 11 फरवरी, 2022 को 99 वर्ष की आयु में चंडीगढ़ में अपने घर में निधन हो गया। सभी प्रकार के शोषण, दमन और अन्याय से समाज की मुक्ति के लिये संघर्ष को, उनके निधन से, बड़ा नुक़सान हुआ है। हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी, इस साहसी और प्रगतिशील शख़्सियत की याद में, अपना झंडा झुकाती है।

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किसान आंदोलन – वर्तमान स्थिति और आगे की दिशा

मज़दूर एकता कमेटी द्वारा आयोजित तीसरी बैठक

पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और हिन्दोस्तान के अन्य हिस्सों में, केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन किसान-विरोधी कानूनों के खि़लाफ़ किसानों द्वारा आंदोलन शुरू करने के एक साल से अधिक समय के बाद और किसानों द्वारा राजधानी की सीमाओं पर अपना विरोध प्रदर्शन शुरू करने के लगभग 11 महीने बाद, केंद्र सरकार, कड़ी मेहनत से हमारे लोगों का पेट भरने वाले हमारे करोड़ों किसानों की जायज़ मांग को, इतने अहंकार के साथ अस्वीकार करती जा रही है। परन्तु किसान एकजुट हैं और देश के सभी हिस्सों में संघर्ष को आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। एक तरफ, मज़दूरों, महिलाओं, युवाओं और मेहनतकशों के सभी वर्गों के बीच, किसान आंदोलन के लिए समर्थन बढ़ रहा है।

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