वेस्ट बैंक पर इज़रायल के बर्बर हमलों की निंदा करें!
इज़रायली बस्तियों का विस्तार अंतर्राष्ट्रीय क़ानून का घोर उल्लंघन है!

इज़रायल ने जिन फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों पर क़ब्ज़ा कर रखा है, उन पर इज़रायली यहूदियों की बस्तियों को स्थापित करना व उनका विस्तार करना, यह फ़िलिस्तीनी लोगों के ख़िलाफ़ इज़रायली राज्य द्वारा किए गए सबसे गंभीर भड़काऊ हमलों में से एक है। यह संयुक्त राष्ट्र संघ के चौथे जिनेवा कन्वेंशन का सीधा उल्लंघन है, जो किसी क़ब्ज़ाकारी शक्ति को अपने द्वारा बलपूर्वक क़ब्ज़ा किये गए दूसरे देशों और लोगों के क्षेत्रों में अपनी आबादी को स्थानांतरित करने से रोकता है।

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साम्राज्यवादियों द्वारा इज़रायली राज्य को सैनिक समर्थन का दुनिया भर में बढ़ता विरोध

अमरीका में नेशनल डेमोक्रेटिक कन्वेंशन के बाहर लोगों का प्रदर्शन

ऑस्ट्रेलियाई हथियार मेले में गाज़ा युद्ध के प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प

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इज़रायल और फ़िलिस्तीनी लोगों के विषय पर मीटिंग

हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी के सदस्यों और समर्थकों ने फ़िलिस्तीनी लोगों और इज़रायली राज्य के बीच के विवाद की राजनीति पर चर्चा करने के लिए 22 अक्तूबर को दिल्ली में एक मीटिंग का आयोजन किया।

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फ़िलिस्तीनी लोगों के साथ एकजुटता प्रकट करने के लिये विश्वव्यापी प्रदर्शन

दुनियाभर के विभिन्न शहरों में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हो रहे हैं, हजारों लोग फ़िलिस्तीनी लोगों के समर्थन में सड़कों पर उतर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने ग़ाजा पर इज़रायल की बमबारी, बच्चों की हत्या, ग़ाजा में अस्पतालों और आवासीय क्षेत्रों पर की गई बमबारी की कड़ी निंदा की है।

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फ़िलिस्तीनी लोगों के किये जा रहे जनसंहार के लिए अमरीकी समर्थन की निंदा करें!

हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी की केंद्रीय समिति का बयान, 21 अक्तूबर, 2023

अमरीकी सरकार ने खुलेआम इज़रायल को अपना राजनीतिक और सैनिक समर्थन दिया है। अल अहली अरब अस्पताल पर बमबारी के कुछ घंटों बाद राष्ट्रपति बाइडेन ने इज़रायल का दौरा किया और यह घोषणा की कि अमरीका अंत तक इज़रायल के साथ खड़ा रहेगा।

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वेस्ट बैंक और जॉर्डन की घाटी पर इस्राइल के कब्ज़े का विरोध करें!

1 जुलाई, 2020 को फिलिस्तीन के प्रतिरोधी योद्धाओं और दुनियाभर में फैले उनके समर्थकों ने फिलिस्तीनी ज़मीन के एक बड़े हिस्से पर इस्राइल द्वारा किये गये कब्ज़े और उस ज़मीन के हड़पे जाने के ख़िलाफ़ “रोष दिवस” (डे ऑफ रेज) घोषित किया। अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुसार ये इलाके फिलिस्तीनी लोगों के हैं, लेकिन पिछले कई दशकों से इस्राइल ने इन

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