किसान नेताओं ने लगातार पंजाब-हरियाणा सीमा पर शंभू बैरियर को तुरंत खोलने की मांग की है। वे शंभू में बैरिकेड हटाए जाने पर अपने ट्रैक्टर और ट्रॉलियों के साथ दिल्ली जाने और सरकार के सामने अपनी मांगें रखने के लिए दृढ़ हैं। ऐसा करना किसानों का लोकतांत्रिक अधिकार है। मज़दूर वर्ग और मेहनतकश लोग और सभी लोकतांत्रिक सोच वाले लोग किसानों के न्यायपूर्ण संघर्ष में उनके साथ हैं।
आगे पढ़ेंTag: किसान
किसानों को दिल्ली आने से रोकने वाले बैरिकेड तुरंत हटाए जाने चाहिएं ! किसानों की मांगें बिल्कुल जायज़ हैं!
हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी किसानों की लड़ाई में उनकी हिम्मत की सराहना करती है। किसान हुक्मरानों द्वारा उन पर बरसाई गई सभी हिंसा और सभी अपमानों के सामने घुटने टेकने से लगातार इनकार कर रहे हैं।
आगे पढ़ें
दिल्ली में किसान-मज़दूर महापंचायत
मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट
किसान आन्दोलन के सामने कुछ सवाल
हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी के महासचिव, लाल सिंह का मज़दूर एकता लहर के साथ साक्षात्कार
आगे पढ़ेंकिसानों ने मांगें पूरी होने तक संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में संयक्त किसान मोर्चा (एस.के.एम.) द्वारा आयोजित “किसान-मज़दूर महापंचायत” के लिए शक्ति और एकता के विशाल प्रदर्शन में 5 सितंबर को देशभर से 10 लाख से अधिक किसान एक साथ आए।
आगे पढ़ें27 सितंबर का ‘भारत बंद’ हार्दिक समर्थन के योग्य है
मज़दूर एकता कमेटी का बयान 8 सितंबर, 2021
किसान यूनियनों के संयुक्त संगठन, संयुक्त किसान मोर्चा ने 27 सितंबर, 2021 को ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है। पिछले साल इसी दिन हिन्दोस्तान के राष्ट्रपति ने संसद द्वारा पारित तीनों किसान-विरोधी कानूनों को मंजूरी दी थी। यह बंद दिल्ली की सीमाओं पर किसानों द्वारा बड़े पैमाने पर किये जा रहे विरोध प्रदर्शन के 10 महीने पूरे होने का प्रतीक होगा।
करनाल में किसान प्रदर्शनकारियों पर हुए क्रूर हमले की निंदा
सरकार के किसान विरोधी कानूनों का विरोध कर रहे किसानों पर, 28 अगस्त को हरियाणा के करनाल के पास बस्तर टोल प्लाजा पर, पुलिस द्वारा बेरहमी से हमला किया गया था।
आगे पढ़ें15 अगस्त के अवसर पर :
किसानों ने देशभर में रैलियां आयोजित कीं
उपनिवेशवादी राज से आजादी की 74वीं सालगिरह, 15 अगस्त के दिन किसानों ने देशभर में रैलियां आयोजित कीं।
आगे पढ़ेंनोहर राजस्थान में सिंचाई के पानी का संघर्ष
मांग पूरी नहीं हुई तो तेज़ करेंगे आंदोलन!
राजस्थान के हनुमानगढ़ में ‘किसान, मज़दूर, व्यापार संघर्ष समिति’ के बैनर तले राजस्थान की नोहर तहसील के अनेक गांवों के किसान नोहर में उपखंड अधिकारी के कार्यालय के सामने धरने पर बैठे हैं। 1 नवंबर से शुरू होकर, धरना 13 नवंबर को 13वें दिन लगातार जारी है।
आगे पढ़ें