हिन्द-अमरीकी साझेदारी हमारे लोगों के हित में नहीं!

कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी की दिल्ली इलाका कमेटी द्वारा आयोजित सभा

प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान, दोनों देशों के बीच कई समझौते किये गए। इनमें युद्ध के हथियारों के संयुक्त रूप से निर्माण करने के समझौतों के साथ-साथ, हिन्दोस्तान द्वारा कई आधुनिकतम हथियारों की ख़रीद के समझौते शामिल हैं। अमरीका हिन्दोस्तानी नौसेना को 24.6 हजार करोड़ रुपये की क़ीमत पर, 31 एम.क्यू. 9-बी. ड्रोन हवाई जहाज बेचेगा। यह धन देश के मज़दूरों और किसानों से वसूला जायेगा। इस सौदे से अमरीकी कंपनियों को बेशुमार मुनाफ़ा मिलेगा। अमरीकी कंपनी माइक्रोन हिन्दोस्तान में मेमोरी चिप के उत्पादन के लिये 22.5 हजार करोड़़ रुपये का निवेश करेगी।

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मई दिवस, अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर वर्ग दिवस ज़िंदाबाद!

पूंजीवादी व्यवस्था के ख़िलाफ़ संघर्ष को आगे बढ़ाएं!

हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी की केंद्रीय समिति का आह्वान, 1 मई, 2023

मई दिवस, अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर वर्ग दिवस के अवसर पर, कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी सभी देशों के मज़दूरों को सलाम करती है! हम उन सभी को सलाम करते हैं, जो बड़ी मुश्किल से हासिल किये गए अपने अधिकारों और जायज़ मांगों पर पूंजीपति वर्ग की सरकारों के क्रूर हमले के ख़िलाफ़़ लड़ रहे हैं।

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हिन्दोस्तान और अमरीका के बीच 2+2 वार्ता
अमरीकी साम्राज्यवाद ने, हिन्दोस्तान पर अपने भू-राजनीतिक उद्देश्यों के साथ कदम से कदम मिलाने के लिए दबाव बढ़ाया

हिन्दोस्तान और अमरीका के बीच ‘‘2+2 वार्ता’’ का चौथा दौर 10 से 15 अप्रैल के बीच हुआ। 2+2 वार्ता में, हिन्दोस्तान के विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री की अमरीका के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट और रक्षा सचिव की एक साथ बैठकें शामिल हैं। इनका मकसद है कि दोनों राज्यों की विदेश और सैन्य नीतियों में नज़दीकी से समन्वय हो।

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इराक पर बेरहम हमले और कब्ज़े की 19वीं सालगिरह :
अमरीकी साम्राज्यवाद की हुक्मशाही के तले एक-ध्रुवीय दुनिया स्थापित करने के अजेंडे को परास्त करना होगा


20 मार्च, 2003 को अमरीकी साम्राज्यवादियों ने इराक पर कब्ज़ा करने और उसे नष्ट करने का दूसरा जंग शुरू किया था। इसकी शुरुआत उन्होंने “अचानक चौकानेवाले” (शॉक एंड आव),  बम बरसाने के अभियान के साथ की थी।

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क्यूबा में अराजकता व हिंसा फैलाने के अमरीकी साम्राज्यवाद के प्रयासों की निंदा करें

अमरीकी साम्राज्यवाद ने क्यूबा की सरकार का तख़्ता पलट करने के अपने प्रयासों को एक बार फिर तेज़ कर दिया है। इसका उद्देश्य क्यूबा के लोगों पर दुबारा से अपने नव औपनिवेशिक शासन को स्थापित करना है।

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अमरीका विश्व पर अपना प्रभुत्व जमाये रखने के अपने एजेंडे के इर्द-गिर्द अपने सहयोगियों को एकजुट करना चाहता है

अमरीकी राष्ट्रपति, जो बाइडन ने अपना पद संभालने के छह महीने बाद, अमरीका के मुख्य सहयोगियों के साथ बैठक करने के लिए पहली विदेश यात्रा की। 10 जून से 14 जून तक वे जी-7 समूह के देशों के नेताओं से मिलने के लिए इंग्लैंड और यूरोप गए।

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अमरीका द्वारा चीन पर बढ़ते हमले :

अमरीकी साम्राज्यवाद के प्रसारवादी हितों की सेवा में नीति

बीते कुछ हफ़्तों में शायद ही कोई एक ऐसा दिन हुआ हो जब अमरीका ने किसी न किसी मुद्दे को लेकर चीन पर हमला न किया हो। लगभग चार साल पहले से अमरीका ने चीन पर निशाना साधना शुरू किया, जब कि दो साल पहले अमरीका ने चीन के खिलाफ खुलेआम व्यापार युद्ध छेड़ दिया। विदित है कि चीन के साथ अमरीका का सबसे ज्यादा व्यापार होता है। आजकल, कोरोना वैश्विक महामारी की हालतों में, इन हमलों की गति और कठोरता बहुत बढ़ गयी है।

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ईरान का तेल वेनेज़ुएला पहुंचा :

अमरीकी साम्राज्यवाद के दबाव और ब्लैकमेल के प्रतिरोध का महत्वपूर्ण उदाहरण

24 मई को वेनेज़ुएला के नौसैनिक जहाज के संरक्षण में ईरान का एक तेल वाहक जहाज वेनेज़ुएला के तट पर पंहुचा। इस जहाज में वेनेज़ुएला की तेल रिफाइनरी के लिए 15 लाख बैरल कच्चा तेल लाया गया था। अगले कुछ ही दिनों में इस तरह के 4 और तेल वाहक जहाज ईरान से वेनेज़ुएला को आने वाले हैं।

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विश्वव्यापी महामारी के संकट के दौरान अमरीकी साम्राज्यवाद के आक्रामक रवैये का और भी खुलासा

इस समय जब दुनिया के सभी देश कोविड-19 महामारी के संकट की चुनौतियों से जूझ रहे हैं, अमरीकी साम्राज्यवाद लोगों के खि़लाफ़ अपने आक्रमण को बढ़ाने और अपने प्रभुत्व को जमाने के हर मौके का फ़ायदा उठा रहा है।

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