पश्चिमी दिल्ली के मुंडका मेट्रो स्टेशन के निकट स्थित एक फैक्ट्री में 13 मई, 2022 के दोपहर को एक भयानाक अग्निकांड में बड़ी संख्या में मजदूरों की मौत हो गयी तथा सैकड़ों मज़दूर घायल हुए।
आगे पढ़ें
पश्चिमी दिल्ली के मुंडका मेट्रो स्टेशन के निकट स्थित एक फैक्ट्री में 13 मई, 2022 के दोपहर को एक भयानाक अग्निकांड में बड़ी संख्या में मजदूरों की मौत हो गयी तथा सैकड़ों मज़दूर घायल हुए।
आगे पढ़ेंदिल्ली के ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच की अगुवाई में, 17 मई की सुबह को, दिल्ली के श्रम मंत्री के आवास पर एक ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया।
आगे पढ़ेंमज़दूरों-मेहनतकशों को शोषण और दमन के ख़िलाफ़ एकजुट होकर संघर्ष करने के रास्ते से भटकाने के लिए, हुक्मरान धर्म के आधार पर नफ़रत फैलाने और लोगों को भड़काने की पूरी कोशिश करते रहते हैं।
आगे पढ़ेंचन्नई शहर और आसपास के औद्योगिक इलाकों में मज़दूरों ने जोश के साथ अपनी फैक्ट्रियों के फाटकों पर लाल झंडे फहराये और मई दिवस की रैलियां व सभाएं कीं।
आगे पढ़ें1 मई, 2022 को पूरी दुनिया में मज़दूरों ने विरोध मार्च और रैलियां कीं जो कि पूंजीवाद और पूंजीपति वर्ग के शासन के ख़िलाफ़ अपने अधिकारों के लिए संघर्ष में अंतर्राष्ट्रीय सर्वहारा वर्ग की एकता का प्रतीक है। तुर्की सहित कुछ देशों में सशस्त्र पुलिस के साथ संघर्ष हुआ।
आगे पढ़ेंमज़दूर साथियों,
आज मई दिवस है, सभी देशों के मज़दूरों के लिए जश्न मनाने का दिवस है। हमारे देश के कोने-कोने में मज़दूर जुझारू रैलियों, मीटिगों और जुलूसों में हिस्सा ले रहे हैं। हम अब तक हासिल हुई जीतों पर खुशियां मना रहे हैं और अपनी असफलताओं से सबक लेकर, उन पर चर्चा कर रहे हैं।
आगे पढ़ेंहिन्दोस्तान और अमरीका के बीच ‘‘2+2 वार्ता’’ का चौथा दौर 10 से 15 अप्रैल के बीच हुआ। 2+2 वार्ता में, हिन्दोस्तान के विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री की अमरीका के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट और रक्षा सचिव की एक साथ बैठकें शामिल हैं। इनका मकसद है कि दोनों राज्यों की विदेश और सैन्य नीतियों में नज़दीकी से समन्वय हो।
आगे पढ़ेंकेंद्र सरकार द्वारा तीन किसान विरोधी कानूनों को वापस लेने के बाद, किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन के विरोध को स्थगित कर दिया था। आन्दोलन स्थगन के चार महीने बाद, पंजाब, हरियाणा और अन्य राज्यों में किसान संगठन संघर्ष जारी रखने के लिए सक्रिय रूप से लोगों को लामबंद कर रहे हैं।
आगे पढ़ेंराज्य द्वारा आयोजित सांप्रदायिक हिंसा का शिकार न सिर्फ वे लोग होते हैं जिन्हें निशाना बनाया जाता है। बल्कि इस हिंसा का शिकार संपूर्ण मज़दूर वर्ग और सभी मेहनतकश लोग हैं, शोषकों और दमनकारियों के ख़िलाफ़ संघर्ष में लोगों की एकता है।
आगे पढ़ें31 मार्च को केंद्र सरकार ने पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ गिने-चुने इलाकों से सशस्त्र बल (विशेष अधिकार) अधिनियम, यानी आफ्सपा, को हटाने का अपना फ़ैसला घोषित किया। सरकारी घोषणा के अनुसार, “असम के 23 पूरे जिलों, एक जिले के कुछ अंश, नगालैंड के 6 जिलों और मणिपुर के 6 जिलों से आफ्सपा को हटाया जाएगा”।
आगे पढ़ें