मुंबई के वोल्टास मजदूर संघर्ष की राह पर हैं। वोल्टास, यह कंपनी टाटा ग्रुप की एक मुनाफे बनाने वाली कंपनी है। वोल्टास के मजदूर अपने वेतन के संशोधन के लिए संघर्ष कर रहे हैं और उन्होंने इस सन्दर्भ में मांग पत्र पेश किया है।
आगे पढ़ेंमहाराष्ट्र के रेजिडेंट डॉक्टरों के जायज़ संघर्ष का समर्थन करें!
महाराष्ट्र के सार्वजनिक अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर अपनी जायज़ मांगों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। 25मार्च, 2011को 4बजे महाराष्ट्र के सभी सार्वजनिक अस्पतालों में काम करने वाले 4000से अधिक डॉक्टरों ने एक-दिवसीय हड़ताल की। ये डॉक्टर महाराष्ट्र असोसियेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर (मार्ड) के झंडे तले संगठित हुए हैं। रेलवे मजदूर, एयर-लाइन मजदूर, मिल मजदूर, म्यूनिसिपल मजदूर, डाक मजदूर, यूनिवर्सिटी शिक्षक,
आगे पढ़ेंव्यवस्था बदलनी चाहिये!
संपादक महोदय,
तमिलनाडु विधान सभा चुनाव पर पार्टी का बयान ‘पार्टी बदलने से नहीं चलेगा, पूरी व्यवस्था बदलनी होगी!’, को मैंने बड़ी रुचि के साथ पढ़ा। यह बयान अपनी बात सीधी और साफ़ तौर से कहता है।
आगे पढ़ेंज्ञान में चार चांद
सम्पादक जी,
आगे पढ़ेंलिबिया पर अमरीकी-नाटो हमले की निंदा करो
प्रिय संपादक,
आगे पढ़ेंयूनान के खनिज तेल मज़दूर हड़ताल पर
हेलेनिक पेट्रोलियम के कर्मचारियों ने 3अप्रैल, 2011से 10दिवसीय हड़ताल शुरू की जिससे आने वाले दिनों में बाजारों में तेल की कमी हो सकती है। एल.पे. के कर्मचारी हड़ताल से “थेसालोनिकी और एलेफसीना में खुल रही (एल.पे.
आगे पढ़ेंफिनलैंड पेपर मज़दूर हड़ताल पर
फिनलैंड के सैकड़ों मज़दूरों ने रुके हुये वेतन समझौते की प्रक्रिया को दोबारा शुरू करने के मकसद से चुनिंदा पेपर कारखानों पर दो सप्ताह की हड़ताल करने का फैसला लिया है। ट्रेड यूनियन का कहना है कि हड़ताल अप्रैल के पहले सप्ताह में शुरू हुई और इसमें करीब एक हजार मज़दूर शामिल थे। संभावना है कि इससे यू.पी.एम.-कायमेने कंपनी के कारखाने बंद हो जायेंगे। दुनियाभर के सबसे ज्यादा मैंगज़ीन कागज बनाने वाली इस
आगे पढ़ेंखर्चों में कटौती और श्रम-विरोधी कानून के खिलाफ़ अमरीका में जबरदस्त विरोध
5अप्रैल, 2011को हाल के कानूनों के जरिये यूनियनों व मज़दूरों के संगठित होने के अधिकारों पर हमलों (विसकांसिन, ओहायो व अन्य स्थानों पर) और सामाजिक खर्चे पर कटौती के खिलाफ़ पूरे अमरीका में विरोध प्रदर्शन किये गये।
आगे पढ़ेंसाम्राज्यवादियों ने आयवरी कोस्ट में गृहयुद्ध भड़काया
पश्चिमी अफ्रीका के आयवरी कोस्ट देश में एक जबरदस्त गृहयुद्ध शुरू हो गया जब साम्राज्यवादी ताकतों ने उस देश में सत्ता परिवर्तन लाने के कदम उठाये। रिपोर्टों के अनुसार फ्रांस, अमरीका और अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों की शह में अलस्साने उआतारा की ताकतों ने एक हजार तक लोगों को मौत के घाट उतार दिया है। साम्राज्यवादियों ने वर्तमान राष्ट्रपति लारेंट बाग्बो की जगह उआतारा को लाने की मंशा जता दी है।
आगे पढ़ेंलिबिया पर साम्राज्यवादी हमला – एक अपराधी साजि़श
17मार्च, 2011से लिबिया पर, उसके आधुनिक इतिहास में सबसे बर्बर साम्राज्यवादी हवाई, समुद्री और ज़मीनी हमले किये जा रहे हैं। अमरीकी और यूरोपीय पनडुब्बियों, युद्ध पोतों व लड़ाकू विमानों से छोड़े गये हजारों बमों और मिसाइलों से लिबिया के सैनिक अड्डों, हवाई अड्डों, सड़कों, बंदरगाहों, तेल भंडारों, हथियार के भंडारों, टैंकों, अस्त्र वाहनों, विमानों तथा सेनाओं को नष्ट किया जा रहा है। इसमें सैकड़ों नागरि
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