जून, 2012 में अमरीकी रक्षा सचिव लियोन पैनेटा की हिन्दोस्तान यात्रा की मजदूर एकता लहर निंदा करती है। इस यात्रा का उद्देश्य था कि चीन, ईरान, सीरिया, पाकिस्तान और अफ़गानिस्तान के प्रति अमरीका और हिन्दोस्तान के साम्राज्यवादी इरादों के बीच में समन्वय बनाना। इस यात्रा के दौरान कई अरबों डॉलरों के हथियारों की खरीदी पर सौदे भी किये गये।
आगे पढ़ेंमहाराष्ट्र सरकार के श्रमिक विरोधी काले कानून की भर्त्सना करें!
महाराष्ट्र की विधान परिषद ने अप्रैल 2012 को श्रमिक विरोधी फासीवादी महाराष्ट्र आवश्यक सेवा सुरक्षा कानून (मेस्मा) पारित कर दिया। अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों तथा ट्रेड यूनियनों एवं दूसरे श्रमिक संगठनों के विरोध के बावजूद यह कानून पारित किया गया। हड़ताल करने के श्रमिकों के अधिकार पर कांग्रेस तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस सरकार के इस खूंखार हमले का मजदूर एकता लहआगे पढ़ें
शांघाई सहयोग संगठन की बैठक : ईरान और सीरिया पर अमरीकी योजनाओं का विरोध
शांघाई सहयोग संगठन (एस.सी.ओ.) के सदस्य देशों – रूस, चीन और चार मध्य एशियाई राज्य, कज़ाकिस्तान, किरगिस्तान, तज़ाकिस्तान और उज़बेकिस्तान – ने 7 जून, 2012, को बेजिंग में हुई संगठन के राष्ट्र प्रधानों की बैठक के अंत में एक संयुक्त बयान जारी किया जिसमें उन्होंने ईरान और सीरिया में विदेशी दखलंदाजी का विरोध किया।
आगे पढ़ेंराष्ट्रीय जल नीति 2012 : राज्य ने अपनी जिम्मेदारी त्यागी
केन्द्रीय जल संसाधन मंत्रालय ने राष्ट्रीय जल नीति 2012 का मसौदा तैयार किया है। इस नीति का उद्देश्य इसकी प्रस्तावना में बताया गया है ''मौजूदा हालातों को ध्यान में रखने के लिये और कानून व संस्थानों की एक अतिमहत्वपूर्ण व्यवस्था बनाने के एक ढांचे का प्रस्ताव रखने के लिये तथा देश के स्तर पर समग्र कार्यों की एक योजना के लिये।'' इन बड़े-बड़े शब्दों के माध्यम से असली मंशा को छुपाने की
आगे पढ़ेंदिल्ली जल बोर्ड में निजीकरण पर कामरेड विरेन्द्र गौड़ से साक्षात्कार
म.ए.ल. : आप दिल्ली जल बोर्ड के निजीकरण का विरोध क्यों कर रहे हैं?
आगे पढ़ेंदिल्ली जल बोर्ड में निजीकरण : सरकार के तथाकथित सुधारों का मतलब सार्वजनिक सेवाओं का निजीकरण
दिल्ली में पानी के निजीकरण पर यहां के निवासियों के साथ-साथ, दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारी भी अपना विरोध जाहिर कर रहे हैं। सरकार ने निजी कंपनियों के मुनाफों की भरपाई के लिए पानी पर हर साल 10 प्रतिशत शुल्क वसूलने की घोषणा की है। मजदूर एकता लहर के संवाददाता दिल्ली जल बोर्ड में कार्यरत यूनियन के कार्यकर्ताओं से पानी के निजीकरण के खिलाफ़, उनके विचारों से आपको अवगत करा रही है :
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आगे पढ़ेंग्राज़ियानो ट्रांस्मिसियोनी के मजदूर :
राज्य द्वारा मजदूरों के दमन की निंदा करें!
इंसाफ के लिये संघर्ष जारी रहेगा!
ग्राज़ियानों ट्रांस्मिसियोनी एक बहुराष्ट्रीय कंपनी है जो मोटर गाड़ियों के लिये गियर बनाती है। सारी दुनिया में इसके 35 प्लांट हैं। इस भूतपूर्व इतालवी बहुराष्ट्रीय कंपनी को अब एक अमरीकी बहुराष्ट्रीय कंपनी ने खरीद लिया है। इस कंपनी के मजदूरों द्वारा बनाये गये गिय
आगे पढ़ेंनर्सों का अडिग संघर्ष
चेन्नई के विजया ग्रुप द्वारा संचालित तीन अस्पतालों की लगभग 400 नर्सें बेहतर वेतन की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं। नर्सें यह मांग कर रही हैं कि उनका बेसिक वेतन प्रतिमाह 6320 रुपये से बढ़ाकर 15000 रुपये किया जाये, प्रतिवर्ष बेसिक वेतन का 15 प्रतिशत वृध्दि हो और रात्रि का
आगे पढ़ेंरेल चालकों की दिल्ली ब्रांच की गोष्ठी
आल इंडिया लोको पायलट्स एसोसिएशन (ए.आई.एल.आर.एस.ए.) की दिल्ली ब्रांच की गोष्ठी, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के लोको वर्कशाप में 10 जून, 2012 को संपन्न हुई।
आगे पढ़ेंसोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी (बोल्शेविक) का इतिहास – संक्षिप्त पाठ्यक्रम
- लेखक: जे वी स्टालिन, सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी (बोल्शेविक) की केंद्रीय समिति के कमीशन द्वारा संपादित
- तिथि: 1938
- स्थान: सोविएत संघ
- लिंक: —
- (पी डी एफ) : वेब पेज के नीचे देख
सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी (बोल्शेविक) के इतिहास का यह संस्करण पीपुल्स पब्लिशिंग हॉउस, नई दिल्ली द्वारा दिसम्बर 1943 में प्रकाशित किये गए संस्करण का पुनः प्रकाशन है.
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