नवम्बर 1984 में सिखों का कत्लेआम : सत्ता में बैठे लोगों को अपराध के लिये जिम्मेदार ठहराना होगा

1 से 3 नवम्बर, 1984 के दौरान हजारों सिख लोगों के खिलाफ़ दिल्ली, कानपुर व अन्य स्थानों में, राज्य द्वारा आयोजित नरसंहार की घिनौनी यादें आज तक पीडि़तों के परिजनों व अगली पीढि़यों को सताती हैं। ये अपने देश के और विदेशों में रहने वाले सभी न्याय पसंद लोगों को अभी भी सताती और गुस्सा दिलाती हैं।

आगे पढ़ें

शहीद भगत सिंह की 105वीं वर्षगांठ के अवसर पर : दिल्ली की महिलाओं व नौजवानों में क्रांतिकारी जोश का एक जबरदस्त प्रदर्शन

7 अक्टूबर को दिल्ली में, अपने प्यारे शहीद भगत सिंह की 105वीं वर्षगांठ के अवसर पर हिन्द नौजवान एकता सभा और पुरोगामी महिला संगठन ने शाह सभागृह में एक रंगारंग और प्रेरणाजनक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया।


कार्यक्रम में राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और तमिल नाडू सहित, अपने देश के विभिन्न इलाकों के लोकनृत्य शामिल थे। लघु नाटकों में देश की भ

आगे पढ़ें

पूंजीवादी – साम्राज्यवादी सुधार कार्यक्रम का बढ़ता विरोध

संप्रग सरकार द्वारा घोषित आर्थिक सुधारों के दो हाल के कदमों का मजदूर वर्ग व मेहनतकशों ने भारी विरोध किया है। ये कदम हमारी जमीन और श्रम के शोषण और लूट को और तेज़ करने में हिन्दोस्तानी और विदेशी बड़ी-बड़ी इजारेदार पूंजीवादी कंपनियों को मिलकर काम करने के नये-नये मौके देने वाले कदम हैं।


पेट्रोलियम पर सबसिडी में कटौती करने और खुदरा व्यापार, हवाई उड़ान व टी.वी.

आगे पढ़ें

वालमार्ट की मज़दूर-विरोधी नीति की निंदा करें

वालमार्ट खुदरे व्यापार की एक अमरीकी बहुराष्ट्रीय कंपनी है, जो छूट के साथ बेचने वाले बड़े-बड़े डिपार्टमेंट स्टोरों और वेयरहाऊस स्टोरों की श्रृंखला चलाती है। 2012 की फॉच्र्यून ग्लोबल 500 सूची के अनुसार यह दुनियाभर में तीसरी सबसे बड़ी कंपनी है। खुदरे व्यापार में यह दुनियाभर में सबसे बड़ी कंपनी है।

आगे पढ़ें

यूनान व स्पेन में मितव्ययिता के कदमों के खिलाफ़ हालिया विरोध व जन प्रदर्शन

यूनान व स्पेन, जो वर्तमान समय में यूरो क्षेत्र की दो ऐसी अर्थव्यवस्थायें हैं जिनमें वित्तीय संकट सबसे गहरा है, उन पर एक नये दौर से थोपे जा रहे मितव्ययिता के कदमों के खिलाफ़, सितम्बर के अंतिम सप्ताह में, ऐथेंस और मेड्रिड की सड़कों पर जन प्रदर्शन हुये।

आगे पढ़ें

शिकागो के स्कूलों के शिक्षक हड़ताल पर

10 सितम्बर को सार्वजनिक स्कूलों के हजारों शिक्षक शहर के महापौर द्वारा प्रस्तावित शिक्षा सुधारों, जिन्हें ओबामा सरकार की स्वीकृति है, के विरोध में हड़ताल पर उतरे। करीब 29,000 शिक्षकों के हड़ताल पर होने की खबरें मिली हैं। जब यूनियन और स्कूल डिस्ट्रिक्ट के बीच महीनों से चल रही बातचीत में, सार्वजनिक शिक्षा सुधारों पर मतभेदों का समाधान न हो सका, तब शिक्षकों की यूनियन ने हड़ताल का आह्वान दिया।

आगे पढ़ें

तुर्की के लोगों ने सीरिया के खिलाफ़ “जंग नहीं” का नारा दिया!

पड़ोसी देश सीरिया से तुर्की की जंग की संभावना का विरोध करने के लिये, तुर्की के सबसे बड़े शहर इस्ताम्बुल की सड़कों पर हजारों लोग उतर रहे हैं। विरोध प्रदर्शनों की शुरुआत तब हुयी जब अर्दोगन सरकार ने अपने संसदीय बहुमत का इस्तेमाल करके, संसद से “विदेशी देशों”  के खिलाफ़ युद्ध छेड़ने की अनुमति ले ली थी। तुर्की की सरकार को अगले एक साल में कोई भी दुष्कर हमला करने के “विस्तार, हद

आगे पढ़ें

अवैध ताला बंदी के विरोध में आंदोलन

गुड़गांव स्थित ईस्टर्न मेडिकिट लि. कम्पनी की पांच इकाइयों में 18 मई, 2012 से उत्पादन बंद है। इस गैर-कानूनी तालाबंदी के खिलाफ़, आल इंडिया मेडिकेट इम्पलाईज यूनियन की अगुवाई में वहां के मजदूर, बीते पांच महीनों से संघर्ष कर रहे हैं।


विदित रहे कि ईस्टर्न मेडिकिट लि.

आगे पढ़ें

वोल्टास लिमिटेड (टाटा ग्रुप) के खिलाफ़ धरना

29 सितंबर, 2012 को आल इंडिया वोल्टास इंप्लाईज फेडरेशन ने वोल्टास लिमिटेड (टाटा ग्रुप) की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ़ जंतर-मंतर पर धरना दिया।


वोल्टास लिमिटेड, टाटा की एक कंपनी है जो एयरकन्डीशनर और बड़े कारखानों के लिये वातानुकूलन संयन्त्र बनाती है। वोल्टास लिमिटेड ने कामगार यूनियन के साथ बहुत से समझौते किये हैं लेकिन अब वोल्टास प्रबंधन कहता है कि वो किसी भी द्विपक्षीय समझौते को नहीं म

आगे पढ़ें

संप्रग सरकार की जन-विरोधी, राष्ट्र-विरोधी नीतियों की निंदा करें!

14 सितंबर, 2012 को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने घोषित किया कि उनके मंत्रीमंडल ने निम्नलिखित नीति परिवर्तनों को फौरन लागू करने के लिये पास कर दिया है:

आगे पढ़ें