सरकारी प्रवक्ताओं का दावा है कि हिन्दोस्तान दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली एक प्रमुख अर्थव्यवस्था है। परन्तु, नौकरियों की संख्या नहीं बढ़ रही है और उपलब्ध नौकरियों की गुणवत्ता बिगड़ रही है। हिन्दोस्तान की युवा आबादी, जो सबसे मूल्यवान उत्पादक शक्ति है, वह बर्बाद हो रही है। क्योंकि अर्थव्यवस्था पूंजीवादी लालच को पूरा करने पर केंद्रित है, न कि लोगों की ज़रूरतों को पूरा करने पर।
आगे पढ़ेंAuthor: hindi_cgpiadmin
नौकरियों की घटती संख्या और गिरता स्तर :
हमारे पाठकों से
आज़ादी अधूरी है!
प्रिय संपादक,
मज़दूर एकता लहर में प्रकाशित लेख “शोषण, उत्पीड़न और भेदभाव से मुक्ति के बिना आज़ादी अधूरी है“ से स्पष्ट होता है कि आज़ादी के बाद बहुत कम बदलाव आया है। हम, मज़दूर वर्ग और हमारे सहयोगी – लिंग, धर्म और जाति के आधार पर शोषण और उत्पीड़न का शिकार होते रहते हैं। संपूर्ण राज्य मशीनरी वैसी ही बनी हुई है।
आगे पढ़ेंनई दिल्ली में आगामी जी-20 शिखर सम्मेलन :
पूंजीवाद के समर्थकों के पास दुनिया की समस्याओं का कोई समाधान नहीं है
जी-20 हमारे देश और पूरी दुनिया के लोगों को तबाह करने वाली प्रमुख समस्याओं, जैसे कि आर्थिक संकट, बेरोज़गारी, मुद्रास्फीति और प्राकृतिक पर्यावरण का विनाश आदि, का कोई समाधान नहीं निकाल सकता है। पूंजीवादी-साम्राज्यवादी व्यवस्था में इन समस्याओं का कोई समाधान नहीं है।
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राजस्थान में फार्मासिस्ट धरने पर
मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट
1 सितम्बर, 2023 से राजस्थान के अलग-अलग जिलों में स्थित सरकारी अस्पतालों और डिस्पेंसरियों में काम करने वाले फार्मासिस्ट अपनी मांगों को लेकर, राजस्थान फार्मासिस्ट कर्मचारी संघ (एकीकृत) की अगुवाई में क्रमिक धरना दे रहे हैं।
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सफ़ाई कर्मचारियों की दुर्दशा और मौतों का विरोध
मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट
28 अगस्त को नयी दिल्ली के जंतर-मंतर पर सैकड़ों महिला सफ़ाई कर्मचारियों ने एक ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन किया। ये कर्मचारी ‘सफ़ाई कर्मचारी आन्दोलन’ के झंडे तले, 11 मई 2022 से, यानी बीते लगभग 480 दिनों से, देश के अलग-अलग इलाकों में सफाई कर्मचारियों की मौतों पर रोशनी डालने के लिए आन्दोलन चला रही हैं।
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हरियाणा में आशा कर्मियों का ज़ोरदार आंदोलन
मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट
हरियाणा में आशा कर्मी अपनी न्यायसंगत मांगों को बुलंद करते हुए, 8 अगस्त, 2023 से हड़ताल पर हैं। इस संघर्ष की अगुवाई आशा वर्कर्स यूनियन कर रही है।
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टंकी की सफ़ाई करने के लिए उतरे पांच मज़दूरों की मौत
मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट
30 अगस्त, 2023 को मध्य प्रदेश के जिला मुरैना में नूराबाद थाना क्षेत्र के धनेला गांव, आगरा-मुंबई रोड में स्थित साक्षी फूड प्रोडक्ट्स में गैस रिसाव के चलते पांच मज़दूरों की मौत हो गयी।
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लोगों को हमारे असली दुश्मनों के ख़िलाफ़ उठ खड़े होने के लिए लामबंध करें
संपादक महोदय, मज़दूर एकता लहर में आज़ादी की 76वीं वर्षगांठ पर प्रकाशित लेख ‘शोषण, उत्पीड़न और भेदभाव से मुक्ति के बिना आज़ादी अधूरी हैं’ को मैंने पढ़ा। लेख को पढ़ने के बाद मेरे मन में पहला सवाल आता है कि क्या, हमें सच में आज़ादी मिली हैं? तो इसका जवाब है कि ‘नहीं’। हम आज भी गुलामी की ज़िन्दगी जी
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मज़दूरों के जीवन से खिलवाड़
मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट
काम करने की स्वास्थ और सुरक्षित परिस्थितियां मज़दूरों का एक मौलिक अधिकार है। मज़दूर वर्ग आंदोलन को इस अधिकार को सुनिश्चित कराने के लिए अपने एकजुट संघर्ष को और तेज़ करना होगा।
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आज़ादी की 76वीं वर्षगांठ के अवसर पर सोचने लायक कुछ अहम बातें
संपादक महोदय,
हिन्दोस्तान की आज़ादी की 76वीं वर्षगांठ के अवसर पर मज़दूर एकता लहर में प्रकाशित लेख – शोषण, उत्पीड़न और भेदभाव से मुक्ति के बिना आज़ादी अधूरी है – को पढ़ा। लेख काफ़ी अच्छा है। यह लेख देश की मौजूदा हालत के बारे में बयान करता है।
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