अपने अधिकारों के लिए किसान संगठनों का संघर्ष पूरी तरह से न्यायोचित संघर्ष है। इसे पूरे मज़दूर वर्ग और लोगों का समर्थन प्राप्त है।
आगे पढ़ें
अपने अधिकारों के लिए किसान संगठनों का संघर्ष पूरी तरह से न्यायोचित संघर्ष है। इसे पूरे मज़दूर वर्ग और लोगों का समर्थन प्राप्त है।
आगे पढ़ेंमज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट
राजस्थान में बिजली के निजीकरण पर रोक लगाने की मांग को लेकर बिजली-कर्मी सड़कों पर हैं। 25 नवंबर, 2024 को बिजली-कर्मियों ने राज्यभर में सहायक अभियंता कार्यालयों पर काम का बहिष्कार करके धरना दिया। बिजली-कर्मियों ने उपखंड अधिकारी व सहायक अभियंताओं को मांगों का ज्ञापन सौंपा।
आगे पढ़ेंमज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट
पेंशन सामाजिक सुरक्षा का ही एक रूप है जो एक कर्मचारी को एक निश्चित उम्र में या विकलांगता या अन्य परिस्थितियों के कारण काम से सेवानिवृत्त होने के बाद मिलती है। यह एक सर्वव्यापी अधिकार होना चाहिए और सभी मेहनतकश लोगों पर लागू होना चाहिए।
इस शिखर सम्मेलन में, सभी सहभागियों ने ”संयुक्त राष्ट्र महासभा और इससे संबद्ध सभी संस्थाओं में इज़रायल की भागीदारी को निलंबित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समर्थन जुटाने“ और ”सभी देशों से इज़रायल को हथियारों और गोला-बारूद के निर्यात या हस्तांतरण पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान करने“ का संकल्प लिया।
आगे पढ़ें15 नवंबर, 2024 की रात को लगभग 10:30 बजे उत्तर प्रदेश के जिला झांसी में स्थित रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा केंद्र (एसएनसीयू) में भीषण आग लग गई। इस अग्निकांड में 10 नवजात बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। 16 बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए हैं। उनमें एक नवजात बच्चे ने 18 नवम्बर
आगे पढ़ेंअमरीका में राष्ट्रपति चुनाव मुख्य रूप से सिर्फ दो पार्टियों – रिपब्लिकन पार्टी और डेमोक्रेटिक पार्टी के बीच का मुकाबला होता है। देश के सबसे धनी पूंजीपति मिलकर इन दोनों पार्टियों के चुनाव अभियानों में अरबों डॉलर का योगदान देते हैं। जबकि इसके परिणाम को लोगों की इच्छा की अभिव्यक्ति के रूप में प्रचारित किया जाता है, सच्चाई तो यह है कि ये सबसे बड़े इजारेदार पूंजीपतियों के नेतृत्व में पूंजीपति वर्ग की इच्छा की अभिव्यक्ति है।
आगे पढ़ेंभारतीय रेल चालकों के संगठन आल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन (ए.आई.एल.आर.एस.ए.) की दिल्ली मंडल और गाज़ियाबाद इकाई का द्विवर्षीय अधिवेशन 14 नवंबर, 2024 को गाज़ियाबाद में संपन्न हुआ।
आगे पढ़ें20 नवम्बर, 2024 को किसानों ने अपनी मांगों को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा की अगुवाई में राजस्थान के जिला हनुमानगढ़ के नोहर उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर आन्दोलन की शुरूआत की।
आगे पढ़ेंमज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट
इज्ज़त से जीने लायक वेतन के लिये संघर्ष – इस विषय पर मज़दूर एकता कमेटी ने 27 अक्तूबर, 2024 को एक सभा आयोजित की। सभा में देश के अलग-अलग प्रान्तों से, मज़दूर संगठनों व ट्रेड यूनियनों के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ, बड़ी संख्या में शिक्षक, अधिवक्ता, मज़दूर, महिला, छात्र और नौजवान शामिल हुए। अमरीका, कनाडा, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया व कई अन्य देशों से भी कार्यकर्ताओं ने इसमें हिस्सा लिया।
आगे पढ़ेंहिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी की मुंबई इलाका समिति का बयान, 12 नवंबर, 2024
मेहनतकश और उत्पीड़ित, यानि बहुसंख्यक लोगों में इस व्यवस्था में अपनी शक्तिहीन स्थिति के कारण व्यापक असंतोष है, क्योंकि उन्हें वोट बैंक तक सीमित रखा जाता है।
आगे पढ़ें