जी-77 का हवाना शिखर सम्मेलन, अमरीकी साम्राज्यवाद और अन्य बड़ी शक्तियों द्वारा अपनी आर्थिक और सैन्य शक्ति का इस्तेमाल करके स्थापित और क़ायम की गई अन्यायपूर्ण और असमान विश्व व्यवस्था के प्रति दुनिया के अधिकांश देशों के बढ़ते असंतोष का प्रतिबिंब है।
आगे पढ़ेंAuthor: hindi_cgpiadmin
हवाना में जी-77 का शिखर सम्मेलन :

रेल चालकों का धरना
मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट
10 अक्तूबर, 2023 को दिल्ली के जंतर-मंतर पर रेल चालकों ने ‘हंगर फास्ट’ के तहत एक धरना का आयोजन किया। इस धरना का आयोजन आल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसियेशन (ए.आई.एल.आर.एस.ए.) द्वारा किया गया।
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हरियाणा के करनाल में आशा कर्मियों ने विशाल रैली की
मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट
8 अक्तूबर, 2023 को हरियाणा के जिला करनाल के हुडा ग्राउंड में आशा कर्मियों सहित अन्य मज़दूरों ने विशाल रैली की। इस रैली का आयोजन सीटू, खेत मज़दूर सभा, आशा वर्कर यूनियन ने मिलकर संयुक्त रूप से किया था। इसमें संयुक्त किसान मोर्चा के नेता भी शामिल हुये। रैली में 30 हजार से ज्यादा – आशा कर्मी, आंगनवाड़ी, मिड डे मील मज़दूर, ग्रामीण सफ़ाई मज़दूर, भवन निर्माण मज़दूर, चौकीदार, वन मज़दूर और खेत मज़दूर शामिल हुये।
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नई शिक्षा नीति को रद्द करने की मांग उठी
मजदूर एकता कमेटी के संवाददाता का रिपोर्ट
8 अक्तूबर, 2023 को दिल्ली में छात्रों और नौजवनों ने नई शिक्षा नीति को रद्द किए जाने तथा सभी के लिए स्थायी और सम्मानजनक रोज़गार सुनिश्चित किए जाने की मांग को लेकर एक सम्मेलन आयोजित किया। इसमें देश के विभिन्न राज्यों से छात्र व नौजवान शामिल हुए।
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देशभर में सभाएं आयोजित करके मज़दूरों और किसानों ने अपने मांगें रखीं
मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट
3 अक्तूबर, 2023 को देशभर में मज़दूरों और किसानों के संगठनों ने संयुक्त रूप से सभाएं आयोजित कीं। इन सभाओं में मजदूर और किसान संगठनों ने अपने संयुक्त मांगों को प्राप्त करने के लिए संघर्ष को तेज करने का बुलावा दिया।
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पुरानी पेंशन योजना की मांग को लेकर सरकारी कर्मचारियों ने रैली की
मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट
1 अक्तूबर, 2023 को दिल्ली के रामलीला मैदान में ‘पेंशन शंखनाद रैली’ का आयोजन किया गया। इस रैली में डेढ़ लाख से ऊपर कर्मचारी शामिल हुए। इस रैली का आयोजन नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेशन स्कीम ने किया। इस रैली में विभिन्न क्षेत्रों, जैसे रेल, डाक, रक्षा, शिक्षा, बैंक, बीमा आदि के मज़दूर शामिल हुये। उन्होंने न्यू पेंशन स्कीम को रद्द करने व पुरानी पेंशन योजना को लागू करने की अपनी मांग को पुरजोर तरीके़ से उठाया।
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अमरीकी आयातों पर लगने वाले शुल्कों में कटौती के ख़िलाफ़ किसानों का विरोध प्रदर्शन
हिन्दोस्तान में अमरीका से आयात किये जाने वाले कई कृषि और पोल्ट्री उत्पादों पर लगने वाले शुल्कों की दरों में हाल ही में की गई कटौती की घोषणा के बाद, कई किसानों संगठनों ने इसके विरोध में अपनी आवाज़ उठाई है। इन आयात किये जाने वाले उत्पादों में चना, मसूर दाल, सेब, अखरोट, बादाम, चिकन लेग और चिकन लीवर शामिल हैं।
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इज़रायल और हमास के बीच जंग को फ़ौरन खत्म करने की ज़रूरत है
हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी की केंद्रीय समिति का बयान, 10 अक्तूबर, 2023
संयुक्त राष्ट्र संघ को फ़िलिस्तीनी लोगों के अपनी मातृभूमि को स्थापित करने के जायज़ अधिकारों को सुनिश्चित करना होगा। उसे फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों पर क़ब्जे का अंत सुनिश्चित करना होगा और ‘दो-राज्य समाधान’ के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का कार्यान्वयन सुनिश्चित करना होगा। उसे 1967 से पूर्व की सीमाओं पर आधारित फ़िलिस्तीन राज्य की स्थापना सुनिश्चित करनी होगी, जिसकी राजधानी पूर्वी येरुशलम होगी। केवल यही रास्ता उस क्षेत्र में स्थायी शांति सुनिश्चित कर सकता है।
पत्रकारों और मीडिया पर हमले के विरोध में प्रदर्शन
पत्रकारों, शिक्षकों, छात्रों, वकीलों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर पत्रकारों और समाचार पोर्टल न्यूज़क्लिक पर हमले की निंदा की है।
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पत्रकारों पर हमले की निंदा करें!
हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी का बयान, 6 अक्टूबर, 2023
हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी इन छापों और गिरफ़्तारियों की निंदा करती है और इसे लोकतांत्रिक अधिकारों पर ज़बरदस्त हमला मानती है। कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी कठोर यू.ए.पी.ए. के प्रयोग की निंदा करती है। यू.ए.पी.ए. क़ानून सिर्फ़ यह सुनिश्चित करने के लिए लागू किया गया है कि गिरफ़्तार किए गए लोगों को जमानत की संभावना के बिना, अनिश्चित काल तक जेल में बंद रखा जा सके। पत्रकारों के ख़िलाफ़ छापेमारी, गिरफ़्तारी और यू.ए.पी.ए. के इस्तेमाल का उद्देश्य उन सभी की आवाज़ को दबाना है, जो सत्ता से असहमति जताने की हिम्मत करते हैं।
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