beware-of-america


अमरीका और उसके सहयोगी यूरोप में चल रहे युद्ध को बढ़ावा दे रहे हैं

अमरीका और उसके नाटो सहयोगी लगातार यह प्रचार कर रहे हैं कि यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध के लिए रूस को ज़िम्मेदार ठहराया जाए। सच्चाई तो यह है कि यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के लिए अमरीका और उसके नाटो सहयोगी ही ज़िम्मेदार हैं।

आगे पढ़ें
IML-Protest.


फर्जी मुकदमे के आधार पर मज़दूरों पर कार्यवाही का ज़ोरदार विरोध

25 जून, 2024 को नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड रेजिडेंट कमीश्नर के कार्यालय पर मज़दूरों का एक ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया।

आगे पढ़ें


राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की 49वीं बरसी

49 साल पहले 25 जून को, तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की थी। 1975 में राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा के पीछे असली उद्देश्य और उससे हिन्दोस्तानी राज्य तथा उसके लोकतंत्र के वास्तविक चरित्र के बारे में जो स्पष्ट हुआ, उसे आज समझने की जरूरत है, ताकि अपने अधिकारों की हिफ़ाज़त में संघर्ष को आगे बढ़ाया जा सके।

आगे पढ़ें
AILRSA-Saharanpur


लोको पायलटों का जुझारू संघर्ष

मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट

ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसियेशन (ए.आई.एल.आर.एस.ए.) की अगुवाई में दक्षिण रेलवे के लोको पायलट अपनी विभिन्न मांगों को लेकर संघर्षरत हैं। उनका यह संघर्ष पिछले 26 दिनों से लगातार जारी है।

आगे पढ़ें


मज़दूरों ने चार श्रम-संहिताओं के ख़िलाफ़ अपनी चिंताएं व्यक्त कीं

मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट

नवगठित केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि वह आने वाले महीनों में उन श्रम संहिताओं को लागू करेगी जिन्हें 2020 में संसद ने पारित किया था।

इस मुद्दे पर नेशनल फेडरेशन ऑफ अनॉर्गेनाइज्ड एण्ड माइग्रेट वर्कर्स (एन.एफ.यू.एम.डब्ल्यू.) ने अपनी गंभीर चिंता व्यक्त की है। फेडरेशन ने बताया है कि इन श्रम संहिताओं के तहत मज़दूरों को उन अधिकारों से वंचित किया जा रहा है, जिनको उन्होंने दशकों के अपने सतत संघर्ष से हासिल किया है।

आगे पढ़ें
Migrant_workers_living_conditions_in_Kuwait


प्रवासी मज़दूरों का खाड़ी के देशों में भयानक शोषण

हाल में कुवैत के अल अहमदी नगरनिगम के मंगफ इलाके में एक जानलेवा आगजनी की घटना हुई। इस घटना में 50 प्रवासी मज़दूर मारे गये थे जिनमें से अधिकांश हिन्दोस्तानी थे। यह घटना स्पष्टता से दर्शाती है कि हिन्दोस्तानी मज़दूर अमानवीय और शोषणकारी परिस्थिति में खाड़ी के देशों में अपनी रोज़ीरोटी तलाशने के लिये कितने मजबूर है।

आगे पढ़ें
GMT-Workers


जीएमटी के मज़दूर वेतन बढ़ोतरी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं

वर्कर्स यूनिटी मूवमेंट के संवाददाता की रिपोर्ट

चेन्नई के पल्लीकरनई में गिंडी मशीन टूल्स (जीएमटी) में काम करने वाले 300 से अधिक मज़दूर वेतन वृद्धि और अन्य बुनियादी जरूरतों की मांग को लेकर 22 मार्च से हड़ताल पर हैं। मज़दूरों और कंपनी के बीच पिछला वेतन काॅन्ट्रेक्ट मई 2023 में समाप्त हो गया था।

आगे पढ़ें


दिल्ली की ट्रेड यूनियनों का श्रमायुक्त के कार्यालय पर जुझारू प्रदर्शन

मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट

20 जून, 2024 को संयुक्त ट्रेड यूनियन मंच की अगुवाई में दिल्ली के श्रमायुक्त कार्यालय पर मज़दूरों ने जुझारू विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन में अलग-अलग इलाकों तथा उद्योगों के विभिन्न क्षेत्रों के मज़दूरों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। इस प्रदर्शन में महिलाओं ने भी बड़ी संख्या में हिस्सा लिया।

आगे पढ़ें


चुनाव परिणाम और मज़दूर वर्ग व लोगों के कार्य

16 जून को हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी की दिल्ली इलाका समिति ने “चुनाव परिणाम और मज़दूर वर्ग व लोगों के कार्य” – इस विषय पर एक सभा आयोजित की।

आगे पढ़ें