हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी, तीस्ता सीतलवाड़ की अन्यायपूर्ण गिरफ़्तारी की निंदा करने में, देश के सभी न्यायपसंद लोगों के साथ खड़ी है।
आगे पढ़ेंAuthor: hindi_cgpiadmin

बेहतर वेतन और सुरक्षित नौकरी के लिये ब्रिटेन के रेल मज़दूरों की विशाल हड़ताल
पिछले 30 वर्षों में 21 जून को ब्रिटेन के रेल मज़दूरों की सबसे बड़ी हड़ताल देखी गई। वेतन वृद्धि और सुरक्षित नौकरियों की अपनी मांग के समर्थन में दसों हजार रेल मज़दूरों ने काम करने से इंकार कर दिया।
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वेतन पर रोक और महंगाई तथा युद्ध के ख़िलाफ़ बेल्जियम में देशव्यापी हड़ताल
बेल्जियम में मज़दूरों ने 20 जून को देशव्यापी हड़ताल की थी। उसी दिन राजधानी ब्रसेल्स में बड़े पैमाने पर एक प्रदर्शन का आयोजन किया गया था।
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ब्रिटेन में मज़दूरों ने घोषणा की कि “बस करो बहुत हो गया – अब हमें बेहतर ज़िन्दगी चाहिये”
18 जून को हजारों मज़दूरों ने रोजमर्रा की ज़रूरतों के खर्च में भारी वृद्धि के ख़िलाफ़ विरोध करने के लिए मध्य लंदन की सड़कों पर जुलूस निकाला। यह विशाल जुलूस संसद चैक पर एक रैली के रूप में समाप्त हुआ।
आगे पढ़ेंसेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना के ख़िलाफ़ व्यापक विरोध :
बेरोज़गार युवाओं का गुस्सा बिल्कुल जायज़ है
सेना में भर्ती होने की इच्छा रखने वाले लाखों बेरोज़गार युवा, देश के कई हिस्सों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने के लिये सड़कों पर उतर आए हैं। वे सेना में युवाओं की भर्ती के लिए, केंद्र सरकार द्वारा 14 जून को घोषित की गई अग्निपथ नामक एक नई योजना के खि़लाफ़ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
आगे पढ़ेंराष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की 47वीं बरसी पर:
जब हिन्दोस्तान के लोकतंत्र का असली चेहरा सामने आया
26 जून, 1975 वह दिन था जब देश के राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की थी। वह घोषणा “अंदरूनी अशांति” पर काबू पाने के नाम पर, तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के उपदेश के अनुसार की गयी थी।
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पुणे में निजीकरण के ख़िलाफ़ सभा
निजीकरण की मज़दूर-विरोधी, जन-विरोधी और राष्ट्र-विरोधी नीति का संयुक्त रूप से विरोध करने के लिए, विभिन्न क्षेत्रों की यूनियनों और जन संगठनों के कार्यकर्ताओं ने पुणे में एक बहुत ही सफल सभा का आयोजन किया।
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श्रीलंका की भयानक स्थिति के लिए ज़िम्मेदार कारण
श्रीलंका द्वीप, जो हिन्दोस्तान के दक्षिण में स्थित हमारा पड़ोसी देश है, इस समय एक चौतरफे और अपने इतिहास के सबसे गहरे संकट से गुज़र रहा है। हाल के महीनों में वहां पर भोजन, ईंधन, दवाओं और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बहुत कम हो गई है।
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वर्तमान परिस्थिति और हमारे कार्यभार पर दिल्ली में पार्टी का सम्मेलन
हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी की दिल्ली इलाका कमेटी ने 5 जून, 2022 को एक सम्मेलन आयोजित किया। वर्तमान परिस्थिति और हमाारे कार्यभार पर प्रस्तुति के बाद एक जीवंत चर्चा हुई जो कई घंटे तक चली।
आगे पढ़ेंटोक्यो में क्वाड शिखर सम्मेलन :
एशिया में अमरीकी साम्राज्यवाद के नेतृत्व वाले समूह का और सुदृढ़ीकरण
मई के अंत में क्वाड (चतुर्भुज सुरक्षा संवाद) के रूप में पहचाने जाने वाले देशों के समूह ने जापान के टोक्यो में अपना चौथा शिखर सम्मेलन आयोजित किया। क्वाड के चार सदस्य देश हैं – अमरीका, हिन्दोस्तान, जापान और ऑस्ट्रेलिया।
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