हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी की 31वीं सालगिरह पर दिल्ली में 25 दिसंबर, 2011 को एक शानदार रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किया गया। संपूर्ण कार्यक्रम को पार्टी के नौजवान कामरेडों ने संभाला।
हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी की 31वीं सालगिरह पर दिल्ली में 25 दिसंबर, 2011 को एक शानदार रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किया गया। संपूर्ण कार्यक्रम को पार्टी के नौजवान कामरेडों ने संभाला।
एक महत्वपूर्ण और नई दिशा दिखाने वाली दो-दिवसीय गोष्ठी दिल्ली में 23-24 दिसंबर, 2011 को लोक आवाज़ पब्लिशर्स एंड डिस्ट्रिब्यूटर्स द्वारा आयोजित की गई थी। कम्युनिस्ट आन्दोलन की विभिन्न धाराओं और पार्टियों से कार्यकर्ताओं व संगठनकर्ताओं ने इस गोष्ठी में भाग लिया।
आगे पढ़ेंकेंद्र के समान वेतनमान और समयबध्द पदोन्नति की मांग को लेकर 21 दिसम्बर से राजस्थान के सेवारत चिकित्सकों की हड़ताल चल रही है। 6000 चिकित्सक बहादुरी से अपने अधिकार के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
आगे पढ़ें23-25 नवंबर, 2011 के दौरान पश्चिम रेलवे के मोटरमैन ने, वेस्टर्न रेलवे मोटरमैंस एसोसिएशन के झंडे तले संगठित होकर, हड़ताल की। इसकी वजह से ट्रेनों की सेवा अस्त-व्यस्त हो गयी थी। किसी प्लेटफार्म में सिग्नल पार करने के लिये एक मोटरमैन को निलंबित कर दिया गया था,इन फैसले के खिलाफ़ यह हड़ताल की गयी थी।
आगे पढ़ेंपरमाणु परियोजनाओं के खिलाफ़ पूरे देश में जन प्रतिरोध बढ़ रहा है। हरियाणा के फतेहाबाद जिले के गोरखपुर गांव तथा उस इलाके के हजारों किसान भी जमकर विरोध कर रहे हैं। गोरखपुर गांव में सरकार ने परमाणु बिजली परियोजना लगाने की योजना बनाई है। सरकार ने बड़े ही बेशर्मी से घोषित किया है कि उस इलाके की जमीन बंजर है। इससे गुस्सा हुये किसान गत 400 से ज्यादा दिन से सत्याग्रह आंदोलन कर रहे हैं। धरने पर बैठे
आगे पढ़ें21 दिसम्बर, 2011 को मुंबई में टाटा की मालिकी की कंपनी, वोल्टास के मुख्य कार्यालय पर एक गेट मीटिंग की गई। यह मजदूरों की, अपने अधिकारों की हिफाजत में लगातार भूख हड़ताल का 200 वां दिन था।
आगे पढ़ें23-24 दिसम्बर, 2011 को मजदूर वर्ग गोष्ठी में प्रारंभिक दस्तावेज कामरेड लाल सिंह ने हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी की केन्द्रीय समिति की ओर से पेश किया। मजदूर वर्ग के लिये राज्य सत्ता को अपने हाथ में लेने की जरूरत शीर्षक के इस दस्तावेज को, गोष्ठी में हुई चर्चा के आधार पर, संपादित किया गया है और केन्द्रीय समिति के फैसले के अनुसार प्रकाशित किया जा रहा है।
(PDF दस्तावेज को डाउनलोड करने के लिए कवर चित्र पर क्लिक करें)
आगे पढ़ेंइस वर्ष 10 दिसम्बर को संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा मानव अधिकारों के घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर के 63 वर्ष पूरे होंगे। आज से 21 वर्ष पहले, जब सोवियत संघ विघटित होने जा रहा था, तब 14नवम्बर को यूरोपीय राज्यों ने, अमरीका और कनाडा सहित, पैरिस चार्टर पर हस्ताक्षर किया था। पैरिस चार्टर में यह ऐलान कि
आगे पढ़ेंसंयुक्त राष्ट्र द्वारा अधिकारों की सार्वभौम घोषणापत्र को अपनाने की 63वीं सालगिरह पर 10 दिसंबर, 2011 को नई दिल्ली में जोरदार प्रदर्शन और रैली की गई।
इस प्रदर्शन व रैली का आयोजन लोक राज संगठन ने किया था।
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वफादारकम्युनिस्ट, जुझारू ट्रेड यूनियन नेता, निष्ठावान सामाजिक कार्यकर्ता और मानववादी, कामरेड आर.