संपादक महोदय,
Author: hindi_cgpiadmin
जंग फरोश अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा वापस जाओ! 8 नवम्बर, 2010 को संसद पर आयोजित संयुक्त रैली के अवसर पर जारी बयान
अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ऐसे समय पर हिन्दोस्तान आ रहा है जब इराक और अफगानिस्तान पर अमरीकी साम्राज्यवादी कब्ज़ा जारी हैआगे पढ़ें
महान अक्तूबर क्रांति आज भी मज़दूर वर्ग और लोगों को आगे बढ़ने के लिये मार्गदर्शन करती है
7 नवम्बर रूस की महान अक्तूबर क्रांति की सालगिरह है। इस दिन, मानव जाति के इतिहास में पहली बार, मज़दूर वर्ग ने पूंजीपति वर्ग के शासन को उखाड़ फेंका और अपना खुद का राज स्थापित किया – श्रमजीवी अधिनायकत्व का राज्य।
मज़दूर वर्ग की राज्य सत्ता ने, मेहनतकश लोगों को शोषण, दमन और गरीबी से, कम से कम वक्त में मुक्त किया और विभिन्न क्षेत्रों में अपनी उपलब्धियों से पूरी दुनिया को चकित कर दिया।
आगे पढ़ेंफ्रांस में मजदूरों के विशाल प्रदर्शन जारी हैं!
सेवा निवृत्ति और पूरी पेंशन पाने के लिए न्यूनतम उम्र के बढ़ाये जाने की फ्रांस की सरकार की कोशिशों के खिलाफ़ मजदूरों के विशाल प्रदर्शन अक्तूबर 2010 के महीने में पूरे देश में जारी रहे।
आगे पढ़ेंओबामा के दौरे का विरोध और दक्षिण एशिया में शांति के लिये दिल्ली में जोशीला प्रदर्शन
8 नवम्बर, 2010 की सुबह सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हमारे देश में अमरीकी राष्ट्रपति ओबामा के दौरे के खिलाफ़, मंडी हाऊस से संसद तक विरोध जुलूस निकाला। हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी, सोशलिस्ट युनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट), जमात ए इस्लामी हिंद, लोक राज संगठन, आल इंडिया वर्कर्स काउंसिल, सी.पी.डी.एम., दिल्ली श्रमिक संगठन और जनपक्ष द्वारा आयोजित इस संयुक्त प्रदर्शन में मानो लाल झंडों और बैनरों
आगे पढ़ेंहिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी का चौथा महाअधिवेशन सफलता पूर्वक सम्पन्न
मजदूर एकता लहर बड़े गर्व के साथ घोषित करती है कि अक्तूबर 2010 में हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी का चौथा महाअधिवेशन सफलतापूर्वक सम्पन्ना हुआ।
आगे पढ़ेंकोचीन पोर्ट के मज़दूरों ने जीती वेतनवृध्दि
कोचीन पोर्ट में काम करने वाले मज़दूर 30 नवम्बर, 2010 से पांच दिन के लिये हड़ताल पर उतरे। कोचीन में डी.पी.
आगे पढ़ेंमणिपुर के अध्यापकों ने हड़ताल तेज करने की चेतावनी दी
ऑल मणिपुर हिल्स टीचर्स एसोसियेशन (ए.एम.एच.टी.ए.) के सदस्यों ने, काऊंसिल ऑफ टीचर्स एसोसियेशन (सी.ओ.टी.ए.) के झंडे तले 18 दिन पहले शुरू की गयी, अध्यापकों की हड़ताल को समर्थन देने के लिये एक अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करने और 3 दिसम्बर को जेल भरने की धमकी दी।
आगे पढ़ेंहैदराबाद में शिक्षकों का विशाल प्रदर्शन
ज्वाइंट ऐक्शन कमेटी ऑफ एम्प्लोईज़, टीचर्स, वर्कर्स एण्ड पेंशनर्स (जे.ए.सी.) द्वारा हैदराबाद में आयोजित प्रदर्शन में पूरे आन्ध्र प्रदेश से आ रहे शिक्षकों को पुलिस ने, नाकाबंदी करके, वहां पहुंचने से रोका। हजारों हड़तालियों को पुलिस द्वारा हिरासत में लेने के बावजूद, हैदराबाद में एक विशाल प्रदर्शन हुआ।
आगे पढ़ेंविश्वविद्यालय कर्मचारियों की रैली, शिक्षा के लिये धन राशि की मांग
1 दिसम्बर को देश के 200 विश्वविद्यालयों के हजारों कर्मचारी दिल्ली के रामलीला मैदान में जमा हुये और सरकार से शिक्षा क्षेत्र में धन राशि में बढ़ोतरी की मांग करने के लिये संसद तक प्रदर्शन किया। रैली का आयोजन ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी एम्प्लोईज़ कनफेडरेशन (ए.आई.यू.ई.सी.) ने किया था।
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