वोल्टास लि.एयर कंडीशनिंग और इंजीनियरिंग सेवाओं के लिए टाटा समूह की जानी-मानी कंपनी है। इसमें पिछले 15 वर्षों से स्थायी श्रमिकों की भर्ती बंद है। यहां के श्रमिक अपनी मांगों को लेकर कंपनी के मुंबई स्थित चिंचपोकली कार्यालय पर पिछले 142 दिनों से लगातार क्रमिक भूख हड़ताल कर रहे हैं। इसी बीच प्रबंधन ने पुलिस के द्वारा उन्हें धमकाने, हटाने और शारीरिक चोट पहुंचाने की कई बार असफल कोशिश की है। नेतृत्वकारी श्रमिकों को निलंबित भी कर दिया गया था।
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साम्राज्यवादियों, लिबिया छोड़ो!
अगस्त में नाटो के हथियारों के सहारे से लिबिया की बाग़ी ताक़तों ने राजधानी त्रिपोली पर कब्ज़ा जमाया। इसके पहले यही संकेत मिल रहे थे कि अमरीका, बर्तानिया तथा और देशों के लोग तेजी से लिबिया में दखलंदाज़ी का विरोध कर रहे थे और उन सरकारों पर दबाव बढ़ रहा था। अब जब अभूतपूर्व बमबारी के सहारे सेनायें त्रिपोली में घुस गयीं, तब लिबिया में नाटो के खूनी और बर्बर हस्तक्षेप को तुरंत “कामयाब” घ
आगे पढ़ेंलोक राज की जरूरत
मजदूर एकता लहर के संवाददाता ने सिरसा हरियाणा में 28अगस्त 2011को हुई आम चर्चा में हिस्सा लिया। इस सभा में महंगाई, भ्रष्टाचार, सर्वव्यापक सार्वजनिक वितरण व्यवस्था, भूमि अधिग्रहण, राजकीय आतंकवाद, जैसे लोगों से सारोकार रखने वाले मसलों और खास तौर से लोगों के हाथों में सत्ता कैसे आयेगी, इस बात पर चर्चा हुई। चर्चा में लोगों की सक्रिय भागीदारी और उसका उच्च स्तर यह दिखाता है कि अब लोग इस बात से सचेत
आगे पढ़ेंदिल्ली उच्च न्यायालय में बम विस्फोट
7 सितम्बर, 2011 को दिल्ली उच्च न्यायालय के गेट पर हुये बम विस्फोट से अभी तक 13 जानें गयी हैं। तकरीबन 100लोग बुरी तरह घायल हुये हैं। हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी अपने लोगों पर इस जानलेवा हमले की कड़ी निंदा करती है और उन सभी परिवारों के प्रति सहानुभूति प्रकट करती है जिनके परिजन मारे गये या घायल हुये।
आगे पढ़ेंदिल्ली में बिजली दर में जबरदस्त बढ़ोतरी का विरोध करें
हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी की दिल्ली इलाका समिति का बयान, 9 सितम्बर 2011
सरकार का दावा है कि वह हमारे मेहनत की कमाई का सिर्फ 600 करोड़ रु. ऐंठने वाली है। पहले ही राष्ट्रमंडल खेलों के जरिये हजारों करोड़ों रुपयों से कंपनियों, नेताओं और अफसरों की जेबें भरी जा चुकी हैं। इसमें दूसरे तरीकों से लूट की वह बहुत बड़ी राशि शामिल नहीं है जिसके बारे में लोग सचेत हैं और जिसको भ्रष्टाचार के खिलाफ़ लोगों के आंदोलन ने उठाया है।
आगे पढ़ेंजनता के विरोध-प्रदर्शन पर गोलियां बरसाने वाली सरकार मुर्दाबाद!
हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी की महाराष्ट्र इलाका समिति का बयान, अगस्त 2011
अलग-अलग दांवपेंचों के बावजूद जब जनता का विरोध बढ़ता ही जाता है तो उसे ज़बरदस्ती से पैरों तले रौंदने के लिए गोलियों का इस्तेमाल बढ़ता ही जा रहा है। चाहे किसी भी पार्टी की सरकार राज्य में या केंद्र में क्यों न हो, यही दिखायी देता है। महाराष्ट्र हो या उत्तर प्रदेश, गुजरात हो या ओडि़सा, तमिलनाडु हो य
आगे पढ़ेंराष्ट्रों और लोगों के आत्म-निर्धारण के अधिकार के उल्लंघन का कोई औचित्य नहीं हो सकता!
संप्रभु राज्यों में खुद को गठित करके, और किसी भी तरह की दखलंदाज़ी के बिना, राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक तथा सांस्कृतिक विकास का अपना पसंदीदा मार्ग चुनने के राष्ट्रों और लोगों के अधिकार का प्रतिज्ञापन, यह आधुनिक दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण अग्रिम विकासों में एक है। लेकिन इस अधिकार पर अमरीका और साम्राज्यवादी शक्तियां बड़ा आक्रमण कर रही हैं, खुद के रणनैतिक फ़ायदों के लिए देशों की आज़ादी तथा संप्रभुत
आगे पढ़ेंइटली में मजदूरों की आम हड़ताल
6 सितम्बर, 2011 के दिन, इटली की सरकार के “कठोर” कदमों के विरोध में इटली के मेहनतकश लोगों ने एक-दिवसीय आम हड़ताल की।
आगे पढ़ेंक्षमा याचिका : असली गुनहगारों को सज़ा नहीं!
हिन्दोस्तान के राष्ट्रपति ने राजीव गाँधी हत्याकांड के तीन आरोपियों की क्षमा याचिका ठुकरा दी, जिन्हें अदालतों ने “षडयंत्र में शामिल” होने के लिए दोषी करार दिया था। इसके तुरंत बाद घटनाक्रम तेजी से आगे बढ़ा। तमिलनाडु विधानसभा ने इसका विरोध करते हुए एकमत से प्रस्ताव पारित किया और राष्ट्रपति से इस पर पुनःविचार करने की याचना की। मद्रास उच्च न्यायलय ने फांसी के तारीख को दो सप्ताह के लिए
आगे पढ़ेंराजकीय और व्यक्तिगत आतंकवाद, परजीवी लूट-खसोट वाली अर्थव्यवस्था और सबतरफा भ्रष्टाचार
मणिपुर में बिगड़ती परिस्थिति
जबकि हिन्दोस्तान के शासक दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र होने का दावा करते हैं, मणिपुर में लगातार सैनिक राज की परिस्थिति में भ्रष्टाचार और परजीवीपन असहनीय स्तर पर पहुंच गये हैं।
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