संयुक्त राष्ट्र द्वारा अधिकारों की सार्वभौम घोषणापत्र को अपनाने की 63वीं सालगिरह पर 10 दिसंबर, 2011 को नई दिल्ली में जोरदार प्रदर्शन और रैली की गई।
इस प्रदर्शन व रैली का आयोजन लोक राज संगठन ने किया था।
आगे पढ़ेंसंयुक्त राष्ट्र द्वारा अधिकारों की सार्वभौम घोषणापत्र को अपनाने की 63वीं सालगिरह पर 10 दिसंबर, 2011 को नई दिल्ली में जोरदार प्रदर्शन और रैली की गई।
इस प्रदर्शन व रैली का आयोजन लोक राज संगठन ने किया था।
आगे पढ़ेंवफादारकम्युनिस्ट, जुझारू ट्रेड यूनियन नेता, निष्ठावान सामाजिक कार्यकर्ता और मानववादी, कामरेड आर.
आगे पढ़ें26 नवम्बर को अमरीका की अगुवाई में अफ़गानिस्तान के नज़दीक पाकिस्तान की भूमि पर मिला-जुला हवाई तथा ज़मीनी हमला हुआ, जिसमें पाकिस्तान के 24 सैनिकों की मौत हुई और उससे ज्यादा घायल हुए। पाकिस्तानी नागरिक तथा सरकार ने एक होकर गुस्से की प्रतिक्रियाएं कीं और देश भर में विरोध प्रदर्शन किये गये। इतने सारे लोगों को मौत की कगार में ढकेलने वाले अमरीका की अगुवाई में किये गये हमले का मज़दूर एकता लहर कड़ा विरोध
आगे पढ़ेंहाल के सप्ताहों में, इजराइल, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी तथा अन्य शक्तियों सहित अमरीकी साम्राज्यवाद तथा उसके दोस्त, ईरान पर दबाव तथा उसकी घेराबंदी बेशुमार बढ़ा रहे हैं। ईरान पर प्रतिबंध बढ़ाने के ब्रिटेन के निर्णय के बाद नवम्बर 27 को ईरानी मजलिस, यानि कि संसद ने ब्रिटेन के साथ अपने संबंध खत्म करने का निर्णय लिया। ब्रिटेन के ख़िलाफ़ जन साधारण के गुस्से ने तेहरान में ब्रिटेन के दूतावास पर कई नौजवानों
आगे पढ़ें22 नवम्बर को, मलेशिया में स्थित कुआला लुमपुर युध्द संबंधित अपराधों के न्यायाधिकरण ने अमरीका के भूतपूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश तथा ब्रिटेन के भूतपूर्व प्रधान मंत्री टोनी ब्लेयर पर, 2003 के इराक के ख़िलाफ़ हमलों के लिए और बाद में उसके कब्ज़े के लिए युध्द संबंधित अपराधों का दोष लगाया।
आगे पढ़ेंविश्व पूंजीवाद के केन्द्र, अमरीका के न्यूयार्क स्थित वॉल स्ट्रीट से एक मील से भी कम दूरी पर, बीते तीन महीनों में अमरीका और सारी दुनिया को ऐसा दृश्य देखने को मिल रहा है जो लगभग चार दशकों में नहीं देखा गया है।
आगे पढ़ेंस्वरूपों का, दासता से लेकर, सबसे लंबा इतिहास है। आज, 21वीं सदी की शुरुआत में, यूनान के लोगों को एक ऐसे राज्य का सामना करना पड़ रहा है जो खुल्लम-खुल्ला तरीके से, अपने नागरिकों की बजाय विदेशी साहूकारों के प्रति ज्यादा वफादार है।
आगे पढ़ेंअपने देश सहित दुनिया मानव अधिकारों के सबसे विकृत उल्लंघनों की गवाह है।
आगे पढ़ेंपडघा मुम्बई से 35 किलोमीटर दूर स्थित एक छोटा शहर है। लोक राज संगठन की पडघा समिति वहां के मजदूरों, कि
आगे पढ़ेंनई दिल्ली के जन्तर-मन्तर पर 8 दिसंबर को एक परमाणु विरोधी प्रदर्शन आयोजित किया गया। लोक राज संगठन, सी.एन.डी.पी., एन.ए.पी.एम., ए.आई.एस.ए., इन्साफ, दिल्ली फोरम, दिल्ली सोलिडेरिटी ग्रुप, दिल्ली प्लैटफार्म, अर्टिस्ट्स एगेंस्ट न्यूक्लियर पावर आदि समेत विभिन्न संगठनों ने इसे आयोजित किया। कई कार्यकर्ता, जो कूडनकुलम परमाणु संयंत्र का विरोध कर रहे हैं, तमिलनाडु के तिरुनेलवली जिले के इदिनताकाराई में स्
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