संपादक महोदय,
मैंने मजदूर एकता लहर के अंक 1-15 फरवरी, 2012 में प्रकाशित लेख ''एयर इंडिया के निजीकरण की मजदूर-विरोधी और राष्ट्र-विरोधी नीति का पर्दाफाश और जमकर विरोध करना होगा!'' को पढ़ा।
आगे पढ़ेंसंपादक महोदय,
मैंने मजदूर एकता लहर के अंक 1-15 फरवरी, 2012 में प्रकाशित लेख ''एयर इंडिया के निजीकरण की मजदूर-विरोधी और राष्ट्र-विरोधी नीति का पर्दाफाश और जमकर विरोध करना होगा!'' को पढ़ा।
आगे पढ़ेंचेन्नई के अपोलो अस्पताल, एम.एम.एम.
आगे पढ़ेंकेन्द्र सरकार ने रेल चालकों की चार मांगों पर गौर करने के लिये न्यायाधीश गौरी शंकर सराफ का एक व्यक्ति वाला ट्रिब्यूनल नियुक्त किया है। ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसियेशन(ए.आई.एल.आर.एस.ए.) की ये लंबे समय से मांग रही हैं और इनके लिये उन्होंने कई बार आंदोलन किये हैं।
आगे पढ़ेंराजवीर सिंह : रेलवे में आज मुख्य समस्या निजीकरण की है। इसमें सारा काम ठेके पर दिया जा रहा है। इससे रेलवे की सुरक्षा बहुत ही असफल हो रही है, क्योंकि जो आदमी काबिल नहीं है, जो प्रशिक्षित नहीं है, यदि उसको रेल सुरक्षा के काम में लगा देंगे तो इससे रेलवे की सुरक्षा खतरे में होगी, उससे नुकसान हो सकता है। रेलवे में कोई भी आदमी जब भर्ती होता है तो उसकी टे्रनिंग करवाई जाती है। उसे का
आगे पढ़ेंनवीन चन्द : इस हड़ताल का हम पूरा समर्थन करते हैं। जो मांगें उठाई गई हैं, वे उचित हैं। इसके अलावा, कुछ विशेष मांगों को हम उठा रहे हैं।
आगे पढ़ें