संपादक महोदय,
आगे पढ़ेंAuthor: hindi_cgpiadmin
दिशा प्रदान करने योग्य संदेश
संपादक महोदय,
मजदूर एकता लहर के 1-15 जनवरी, 2013 के अंक में कामरेड लाल सिंह के नव वर्ष के संदेष को पढ़ने का अवसर प्राप्त हुआ। बहुत अच्छा लगा।
कामरेड ने अपने संदेश में, विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार रखे। ये सभी विचार हमें भविष्य में काम को लेकर नई ऊर्जा का संचार करते हैं।
मैं कामरेड की बात से सहमत हूं कि हुक्मरान वर्ग, मजदूर वर्ग के अधिकतम हिस्से को मध्यम वर्ग के रूप में प
आगे पढ़ें20 दिसम्बर की मजदूर वर्ग रैली में साक्षात्कार
20 दिसम्बर, 2012 के दिन आये दसियों हजारों मजदूरों के कुछ नेताओं से मज़दूर एकता लहर के संवाददाताओं ने बातचीत की। उनकी मांगों और संघर्षों के बारे में बातचीत करने के साथ-साथ हमने उनसे हाल में संसद में व्यापक विरोध के बावजूद खुदरा कारोबार में एफ.डी.आई.
आगे पढ़ेंनये साल का संदेश, 2013
प्यारे साथियों,
2012 का वर्ष जैसे समाप्त होने जा रहा है, तो हम देख रहे हैं कि दिल्ली और दूसरे शहरों की सड़कों पर लोग बड़े गुस्से के साथ निकल रहे हैं और इस सड़ी हुई सामाजिक और राजनीतिक व्यवस्था के खिलाफ़ आवाज़ उठा रहे हैं, जिसके चलते महिलाओं पर इतने भयानक अपराधों की पूरी छूट दी जाती है।
आगे पढ़ेंटी. एस. संकरन को लाल सलाम!
हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी की केन्द्र्रीय समिति, हमारे प्यारे टी.एस. संकरन, जिन्हें पार्टी के सभी साथी प्रेमपूर्वक मामा के नाम से जानते थे, 15 दिसम्बर, 2012 को चन्नई में 86 वर्ष की उम्र में उनके निधन से, गहरे शोक में है।
आगे पढ़ेंऐसा राज्य मंजूर नहीं, जो महिलाओं को सुरक्षा नहीं देता बल्कि उनके साथ दुव्र्यवहार करता है!
स्कूल-कॉलेजों के छात्र और नौजवान देश की राजधानी में सड़कों पर इंसाफ मांगने उतरे हैं, एक ऐसी व्यवस्था और शासक वर्ग से इंसाफ मांग रहे हैं, जिसने अपने खुदगर्ज़ हितों को पूरा करने के लिये अधिकांश लोगों के हितों की बलि चढ़ाई है।
आगे पढ़ेंऐसा राज्य मंजूर नहीं, जो महिलाओं को सुरक्षा नहीं देता बल्कि उनके साथ दुव्र्यवहार करता है!
स्कूल-कॉलेजों के छात्र और नौजवान देश की राजधानी में सड़कों पर इंसाफ मांगने उतरे हैं, एक ऐसी व्यवस्था और शासक वर्ग से इंसाफ मांग रहे हैं, जिसने अपने खुदगर्ज़ हितों को पूरा करने के लिये अधिकांश लोगों के हितों की बलि चढ़ाई है।
आगे पढ़ेंबलात्कार के खिलाफ़ सड़कों पर उतरे लोग
16 दिसम्बर की रात को दिल्ली में तेईस वर्षीय पैरा मेडिकल छात्रा के साथ चलती बस में हुए सामूहिक बलात्कार की घटना को लेकर आक्रोशित लोग दिल्ली की सड़कों पर उतर आये।
दिल्ली ही नहीं, देश के कई शहरों और कस्बों में, महिलाओं के प्रति हिंसा को खत्म करने व इस पर रोक लगाने की मांग को लेकर, बड़े-बड़े प्रदर्शन और जुलूस आयोजित किये गये।
आगे पढ़ेंमहिला संगठनों ने बलात्कार के खिलाफ़ आवाज़ उठाई
18 दिसंबर को दिल्ली के अनेक महिला संगठनों ने, दिल्ली में छात्रा के साथ हुए सामूहिक बलात्कार के खिलाफ़ रैली निकाली और गुनहगारों को पकड़कर तुरंत सज़ा देने की मांग भी की। महिला संगठनों ने महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में नाकाम दिल्ली सरकार और पुलिस की आलोचना की। उन्होंने शासक वर्ग द्वारा राजनीति में अपराधीकरण को दिये गये प्रश्रय की भी सख्त निन्दा की। इस दौरान आधे घंटे तक संसद मार्
आगे पढ़ें13वां हिन्द-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह के साथ 24 दिसम्बर, 2012 को एक शिखर सभा की। इन दोनों देशों के नेताओं के बीच यह 13वां वार्षिक शिखर सम्मेलन था। शीत युद्ध के दौर में, हिन्दोस्तान व सोवियत संघ के एक दूसरे के साथ रणनैतिक संबंध थे। परन्तु सोवियत संघ के पतन के बाद, करीब-करीब एक दशक के लिये रूस व हिन्दोस्तान के नेता अपनी-अपनी वैश्विक रणनीतियों को पुनः निर्धारित कर रहे थे। 19
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