जिस तरह से उन्होंने इतने सालों से, लगातार अमरीकी और उनकी सहयोगी सरकारों के हमलों का, इतनी बहादुरी से सामना किया है, उसी तरह यमन के बहादुर लोग, अमरीकी साम्राज्यवाद के प्रतिरोध के प्रतीक के रूप में खड़े रहेंगे। उनके इस संघर्ष में उन्हें उन सभी लोगों का समर्थन प्राप्त है जो लोगों की शांति और सुरक्षा के लिए खड़े हैं।
आगे पढ़ें
कोविड-19 के लॉकडाउन के पांच साल बाद :
मौजूदा जन-विरोधी व्यवस्था की पोल खुल गई
पूंजीपति वर्ग ने महामारी और लॉकडाउन का इस्तेमाल हमारे लोगों की भूमि, श्रम और प्राकृतिक संसाधनों के तीव्र शोषण के माध्यम से अपने मुनाफ़े को बढ़ाने के और भी अधिक अवसर पैदा करने के लिए किया है।
आगे पढ़ें
गुजरात की पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से मज़दूरों की मौत
हमारे देश में आये दिन कहीं न कहीं इस तरह के ख़ौफनाक हादसे होते रहते हैं। इन हादसों में अनेकों मज़दूर मारे जाते हैं। कंपनियों में मज़दूरों को बहुत ख़तरनाक परिस्थितियों में काम करना पड़ता है। ज़्यादातर कंपनियों में सुरक्षा मानकों की अवहेलना की जाती है।
आगे पढ़ें
नासिक में बिजली के निजीकरण के विरोध में जुझारू मीटिंग
कामगार एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट
22 मार्च, 2025 को नासिक (महाराष्ट्र) में बिजली के निजीकरण और स्मार्ट मीटर के खि़लाफ़ कामगार एकता कमेटी (केईसी) ने बिजली कर्मचारियों, इंजीनियरों और अधिकारियों की यूनियनों के साथ एक सम्मेलन आयोजित किया। इस सम्मेलन में एटक, सीटू, एआईएसएफ, अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति, महाराष्ट्र स्टेट बैंक इंप्लाईज फेडरेशन, आल इंडिया बैंक इंप्लाईज़ एसोसियेशन और पेंशन फेडरेशनों के कार्यकर्ताओं ने भी बड़ी संख्या में भाग लिया।
आगे पढ़ेंशहीदी दिवस पर युवाओं का ऐलान :
शोषण और उत्पीड़न से मुक्त हिन्दोस्तान के सपने को साकार करने के लिए संगठित हों!
मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट
शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की शहादत की 94वीं वर्षगांठ पर 23 मार्च को हिंद नौजवान एकता सभा (एचएनईएस) ने दिल्ली में एक उत्साहपूर्ण जनसभा आयोजित की।
आगे पढ़ें
महिला गारमेंट मज़दूरों का अतिशोषण के ख़िलाफ़ बहादुर संघर्ष
पश्चिम बंगाल में कोलकाता से 15 किलोमीटर दूर रामचंद्रपुर में स्थित गारमेंट निर्माण कंपनी एक्सोडस फ्यूचुरा निट प्राइवेट लिमिटेड की 400 महिला मज़दूरों ने 21 फरवरी से 17 मार्च तक फैक्ट्री गेट पर 25 दिनों का विरोध प्रदर्शन किया। अपने अथक संघर्ष के ज़रिये, इन मज़दूरों ने कंपनी के पूंजीपति मालिक को मजबूर कर दिया कि वह मज़दूरों को उनके हक की भविष्य निधि और बकाया वेतन दिलवाए, जो पिछले पांच वर्षों से अवैध रूप से रुके हुए थे!
आगे पढ़ें
सर्व हिन्द आम हड़ताल का ऐलान :
शासक वर्ग के मज़दूर-विरोधी, जन-विरोधी हमले के ख़िलाफ़ सर्व हिन्द अधिवेशन
मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट
अधिवेशन ने 20 मई 2025 को सर्व हिन्द आम हड़ताल करने की घोषणा की।
अधिवेशन में रक्षा संयंत्रों, इस्पात कारखानों, कोयले की खदानों, रेलवे, पोर्ट एंड डॉक, बैंक, बीमा, डाक तथा आशा-आंगनवाडी कर्मियों के संगठनों और अन्य क्षेत्रों के मज़दूरों की फेडरेशनों से 1000 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। मज़दूर एकता कमेटी के एक प्रतिनिधिमंडल ने अधिवेशन में हिस्सा लिया।

मारुति सुज़ुकी के अस्थायी मज़दूरों का संघर्ष
मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट
प्रदर्शनकारी मज़दूरों ने अपने संगठन को मज़बूत करने व अपने संघर्ष को आगे बढ़ाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। यह घोषणा की गयी कि 20 मई को, केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर चार लेबर कोड के खिलाफ़ होने वाली हड़ताल में मारुति सुज़ुकी के मज़दूर भी भाग लेंगे।

किसानों ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा पर प्रदर्शन किया
मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दौरान, हिमाचल किसान सभा एवं सेब उत्पादक संघ की अगुवाई में 20 मार्च, 2025 को राज्यभर के हजारों किसानों और बागवानी करने वालों ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। जुलूस के दौरान उन्होंने नारे लगाये – ‘जनता की एकता ज़िन्दाबाद’, ‘किसान एकता ज़िन्दाबाद’, ‘यह ज़मीन हमारी है’।
वेस्ट बैंक पर इज़रायल के बर्बर हमलों की निंदा करें!
इज़रायली बस्तियों का विस्तार अंतर्राष्ट्रीय क़ानून का घोर उल्लंघन है!
इज़रायल ने जिन फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों पर क़ब्ज़ा कर रखा है, उन पर इज़रायली यहूदियों की बस्तियों को स्थापित करना व उनका विस्तार करना, यह फ़िलिस्तीनी लोगों के ख़िलाफ़ इज़रायली राज्य द्वारा किए गए सबसे गंभीर भड़काऊ हमलों में से एक है। यह संयुक्त राष्ट्र संघ के चौथे जिनेवा कन्वेंशन का सीधा उल्लंघन है, जो किसी क़ब्ज़ाकारी शक्ति को अपने द्वारा बलपूर्वक क़ब्ज़ा किये गए दूसरे देशों और लोगों के क्षेत्रों में अपनी आबादी को स्थानांतरित करने से रोकता है।
आगे पढ़ें