एयर इंडिया को बचाने के लिये एयर इंडिया की यूनियनें इकट्ठी हुयीं

एयर इंडिया के विमान चालकों, विमान मिस्त्रियों, तल कर्मचारियों व कक्षकर्मियों, विमान इंजीनियरों, रेडियो अफसरों, उड़ान अफसरों, सर्विस इंजीनियरों व अफसरों का प्रतिनिधित्व करने वाली 10 यूनियनें, 9 जून, 2011 को मुंबई में इकट्ठे हुयीं और उन्होंने “कोर कमेटी ऑफ  जोइंट्सफोरम ऑफ एयर इंडिया एंड इंडियन एयरलाईंस” का गठन करने का फैसला लिया। ये यूनियनें हैं आई.सी.पी.ए.

एयर इंडिया के विमान चालकों, विमान मिस्त्रियों, तल कर्मचारियों व कक्षकर्मियों, विमान इंजीनियरों, रेडियो अफसरों, उड़ान अफसरों, सर्विस इंजीनियरों व अफसरों का प्रतिनिधित्व करने वाली 10 यूनियनें, 9 जून, 2011 को मुंबई में इकट्ठे हुयीं और उन्होंने “कोर कमेटी ऑफ  जोइंट्सफोरम ऑफ एयर इंडिया एंड इंडियन एयरलाईंस” का गठन करने का फैसला लिया। ये यूनियनें हैं आई.सी.पी.ए. (इंडियन कमर्शियल पायलट्स एसोसियेशन), आई.ए.टी.ए. (इंडियन एयरक्राफ्ट टेक्नीशियन एसोसियेशन), ए.आई.इ.यू. (एयर इंडिया एम्प्लाइज यूनियन), ए.आई.ए.इ.ए. (एयर इंडिया एयरक्राफ्ट इंजीनियर्स एसोसियेशन), ए.आई.इ.जी. (एविऐशन इंडस्ट्री एम्प्लाइज गिल्ड), ए.आई.इ.ए. (एयर इंडिया एम्प्लाइज एसोसियेशन), ए.आई.सी.सी.ए. (एयर इंडिया कैबिन क्रू एसोसियेशन), ए.आर.ओ. एवं एफ.ओ.ओ. (एयरलाईन्स रेडियो ऑफिसर्स एंड फ्लाईट ऑपरेशन्स ऑफिसर्स एसोसियेशन), ए.आई.एस.इ.ए. (एयर इंडिया सर्विस इंजीनियर्स एसोसियेशन), आई.ए.ओ.ए. (इंडियन एयरलाईन्स ऑफिसर्स एसोसियेशन)। हाल के महीनों में सभी विभागों के कर्मचारियों को जबरदस्त वित्तीय दबाव के चलते बहुत मानसिक तनाव का सामना करना पड़ रहा है। किसी भी कर्मचारी को मई का वेतन नहीं मिला है। विमान चालकों को मार्च व अप्रैल में सिर्फ 20 प्रतिशत और दूसरे कर्मचारियों को अप्रैल में सिर्फ 40 प्रतिशत वेतन दिया गया है।

ऐसी दमनकारी काम की परिस्थिति के संदर्भ में यूनियनों ने फैसला लिया है कि सरकार की शय पर एयर इंडिया के प्रबंधन की काली करतूतों का पर्दाफाश करने के लिये, जिसकी वजह से विमान सेवा इस बुरी स्थिति में पहुंच गयी है, उन्हें एक साथ आना होगा। आई.सी.पी.ए. के नेतृत्व में विमान चालकों के वीरतापूर्ण संघर्ष से उन्हें प्रेरणा मिली है।

इसके तुरंत बाद आई.सी.पी.ए. के महासचिव को सभी उड़ानों से निलंबित किया गया और उनको इलेक्ट्रोनिक मीडिया से बातचीत करने के लिये एक “शो कॉज ” नोटिस दिया गया। उन्होंनेयूनियन की ओर से डी.जी.सी.ए. (नागरिक उड्डयन महानिदेशक) को एक पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने समझाया था कि वेतन नहीं मिलने की वजह से विमान चालक अत्याधिक मानसिक तनावपूर्ण स्थिति में हैं और ऐसे में यात्रियों की जिन्दगी गंभीर ख़तरे में आ सकती है। ऐसा करने के लिये उन्हे शो कॉज नोटिस भेजा गया है। विमान चालक अपने नेता का साथ दे रहे हैं और उन्होंने सर्वसम्मति से फैसला लिया है कि हर एक विमान चालक ऐसा ही एक पत्र डी.जी.सी.ए. को लिखेगा और भेजेगा!

बहादुर विमान चालकों सहित, एयर इंडिया की यूनियनों के एयर इंडिया को बचाने की निर्भिक पहलकदमियों का मज़दूर एकता लहर पूरी तरह से समर्थन करती है।

Share and Enjoy !

Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *