11 जून, 2011 को ओडिसा के जिला जगतसिंहपुर के ढेंकिया पंचायत में 3000 से ज्यादा ग्रामीणों ने पोस्को परियोजना के खिलाफ़ और अपने गांव को बचाने के लिए अपने-अपने घरों से डेढ़ किलोमीटर दूर मानव ढाल बनाकर अपना प्रतिरोध जताया।
11 जून, 2011 को ओडिसा के जिला जगतसिंहपुर के ढेंकिया पंचायत में 3000 से ज्यादा ग्रामीणों ने पोस्को परियोजना के खिलाफ़ और अपने गांव को बचाने के लिए अपने-अपने घरों से डेढ़ किलोमीटर दूर मानव ढाल बनाकर अपना प्रतिरोध जताया।
पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने ग्रामीणों को लाउडस्पीकरों से धमकी देकर गांव में प्रवेश करने की कोशिश की, ताकि इस गांव को पोस्को प्रोजेक्ट के लिए उजाड़ा जा सके। 700 से ज्यादा छात्र, महिला तथा बुजुर्ग चिलचिलाती धूप की परवाह न करते हुए मानव श्रृंखला बनाकर जमीन पर लेटे रहे, पुलिस की उन्हें कोई परवाह न थी।
विदित है कि 22 जून, 2005 को ओडिसा सरकार ने दक्षिण कोरिया की पास्को कंपनी के साथ एक 12 एम.टी.पी.ए. क्षमता का इस्पात प्लांट लगाने के लिए समझौता किया था। यह प्रोजेक्ट अभी तक शुरू नहीं हो पाया है क्योंकि सरकार द्वारा बलपूर्वक भूमि अधिग्रहण के खिलाफ़ लोगों ने संघर्ष चलाया है। इस क्षेत्र के लोगों ने ऐलान किया कि उनका संघर्ष चलता रहेगा, किसान अपनी जमीन, अपने घर और अपनी रोज़ी-रोटी नहीं छोड़ेंगे।
जगतसिंहपुर और जाजपुर तथा अन्य इलाकों में राज्य द्वारा किये जा रहे जमीन अधिग्रहण के प्रति लोगों का विरोध, देशभर में चल रहे उस संघर्ष का हिस्सा है जो लोग बड़ी-बड़ी इजारेदार कंपनियों द्वारा विशाल परियोजनायें स्थापित करने और बेशुमार मुनाफे कमाने के लिए बलपूर्वक कृषि व वन भूमि के अधिग्रहण के खिलाफ़ चला रहे हैं। ओडिसा वह राज्य है जहाँ बहुत बड़े पैमाने पर ज़मीन के नीचे खनिज मौजूद हैं, और बड़े औद्योगिक घराने यहाँ पर खदानें, बिजली और औद्योगिक परियोजनायें लगा रहे हैं। इसी वजह से यह इलाका लोगों और राज्य के बीच घमासान संघर्ष का क्षेत्र बन गया है।
लोगों के प्रतिरोध को देखते हुए प्रशासन और पुलिस को पीछे हटना पड़ा।
मजदूर एकता लहर, दबे-कुचले लोगों के हकों के लिए लड़ने वाली सभी ताकतों को यह बुलावा देती है कि राज्य द्वारा पूंजीपतियों के मुनाफों के लिए बलपूर्वक भूमि अधिग्रहण के खिलाफ़ लोगों के इस जायज़ संघर्ष का समर्थन करें।