मुम्बई के सहर कारगो कांप्लेक्स में कारगो से काम करने वाले 8000कर्मचारियों ने 26मई, 2011को 24 घंटे की हड़ताल की। ये मजदूर ढांचागत सुविधाओं की कमी तथा बढ़ते भ्रष्टाचार का विरोध कर रहे थे।
मुम्बई हवाई अड्डे को मुम्बई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एम.आई.ए.एल) नामक निजी कंपनी को सौंपा गया है। एम.आई.ए.एल के साथ समझौते के बाद अगले दिन हड़ताल को रोका गया।
मुम्बई के सहर कारगो कांप्लेक्स में कारगो से काम करने वाले 8000कर्मचारियों ने 26मई, 2011को 24 घंटे की हड़ताल की। ये मजदूर ढांचागत सुविधाओं की कमी तथा बढ़ते भ्रष्टाचार का विरोध कर रहे थे।
मुम्बई हवाई अड्डे को मुम्बई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एम.आई.ए.एल) नामक निजी कंपनी को सौंपा गया है। एम.आई.ए.एल के साथ समझौते के बाद अगले दिन हड़ताल को रोका गया।
2006 में एम.आई.ए.एल ने मुम्बई हवाई अड्डे का संचालन शुरू किया। उस समय से दोनों आयात और निर्यात के कारगो में 300 प्रतिशत बढ़ौतरी हुई है। परन्तु भंडारण की क्षमता 1999-2000 में जितनी थी आज भी उतनी ही है। ढांचागत सुविधाएं बहुत कम हैं।
मजदूरों को देर रात तक, 2या 3बजे तक काम करना पड़ता है। निर्यात का सामान लाने वाले ट्रकों को अपना माल पहले डालने के लिये 1500 से 2000 रुपये की रिश्वत देनी पड़ती है।