गुजरात के हलोल में जनरल मोटर्स के प्लांट में मजदूरों की हड़ताल जारी है। 16मार्च, 2011से कार प्लांट के 600अनियमित मजदूर हड़ताल पर हैं।
गुजरात के हलोल में जनरल मोटर्स के प्लांट में मजदूरों की हड़ताल जारी है। 16मार्च, 2011से कार प्लांट के 600अनियमित मजदूर हड़ताल पर हैं।
काम के बढ़ते बोझ के खिलाफ़ मजदूर आवाज़ उठा रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि मजदूरों का तबादला वापस लिया जाये और वेतन सम्बंधित मसलों को हल किया जाये। वह अनियमित मजदूरों को नियमित करने की भी मांग कर रहे हैं। उन्होंने राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के सामने अपील की है और कहा है कि मजदूरों के अधिकारों का हनन मानव अधिकारों का हनन है।
बढ़ते हुए काम के बोझ की वजह से कई मजदूर कमर और पीठ के दर्द से पीडि़त हैं। जब मजदूर अपने पीड़ा की शिकायत करते हैं तो उन्हें दिल्ली, गुड़गाँव और चेन्नई में डीलरशिप में तबादला कर दिया जाता है। जब से हड़ताल शुरू हुई है चार मजदूरों को सस्पेंड कर दिया गया है।
यूनियन ने राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग से शिकायत की है कि मजदूर दहशत के वातावरण में जी रहे हैं क्योंकि श्रम आयुक्त और सम्बंधित सरकारी अधिकारी मजदूरों की शिकायतों की ओर आँखें बंद कर रहे हैं। जनरल मोटर्स के हलोल प्लांट के 1800मजदूरों में से 900मजदूर अनियमित हैं। ये अनियमित मजदूर नियमित मजदूरों जैसा ही काम करते हैं लेकिन उन्हें वेतन कम दिया जाता है। इस तरह से कंपनी समान वेतन कानून 1996का उल्लंघन कर रही है। इन मजदूरों के साथ अमानवीय बर्ताव किया जाता है और उन्हें हर रोज 9घंटे से ज्यादा काम करना पड़ता है। हर 6महीने बाद क़ानून के प्रावधान से बचने के लिए इन अनियमित मजदूरों को निकाल दिया जाता है और फिर इनमें से कई मजदूरों को नए मजदूर बतौर कंपनी में लिया जाता है और उन्हें नया प्रोविडेंट फंड नंबर दिया जाता है।