आंध्र प्रदेश के हजारों फिल्म मजदूरों ने 8अप्रैल से हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है। मजदूर अपने वेतन में बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं लेकिन तेलुगु फिल्म निर्माता उनकी मांग पर चर्चा करने से इंकार कर रहे हैं। ए.पी. फिल्म इंडस्ट्री इंप्लाइज फेडरेशन (ए.पी.एफ.आई.ई.एफ.) के नेताओं ने ऐलान किया है कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता 24अलग क्षेत्रों के मजदूर किसी भी शूटिंग पर नहीं जायेंगे।
आंध्र प्रदेश के हजारों फिल्म मजदूरों ने 8अप्रैल से हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है। मजदूर अपने वेतन में बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं लेकिन तेलुगु फिल्म निर्माता उनकी मांग पर चर्चा करने से इंकार कर रहे हैं। ए.पी. फिल्म इंडस्ट्री इंप्लाइज फेडरेशन (ए.पी.एफ.आई.ई.एफ.) के नेताओं ने ऐलान किया है कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता 24अलग क्षेत्रों के मजदूर किसी भी शूटिंग पर नहीं जायेंगे।
इससे पहले, पिछले साल पहले पूरी तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री ठप्प हो गयी थी जब करीब दो महीनों के लिए मजदूरों ने वेतन में बढ़ोतरी की मांग को लेकर हड़ताल की थी। यह हड़ताल तब वापस ली गयी जब फिल्म इंडस्ट्री ने यह आश्वासन दिया कि मजदूरों की मांगों पर गौर किया जाएगा और नये वेतन समझौते पर हस्ताक्षर किये जायेंगे। लेकिन अब फिल्म निर्माता अपने आश्वासन से पलट गए हैं। मजदूरों ने बताया कि पिछले 6सालों से उनके वेतन में कोई भी बढ़ोतरी नहीं हुयी है। आंध्र प्रदेश के फिल्म निर्माता यह दावा कर रहे हैं कि तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री के मजदूरों और निर्माताओं के वेतन के लिए एक साथ चर्चा करनी चाहिए, और जब तक ऐसा नहीं होता आंध्र प्रदेश के मजदूरों को इंतज़ार करना होगा। लेकिन यह शर्त आन्ध्र प्रदेश के फिल्म मजदूरों को स्वीकार नहीं है।