खर्चों में कटौती और श्रम-विरोधी कानून के खिलाफ़ अमरीका में जबरदस्त विरोध

5अप्रैल, 2011को हाल के कानूनों के जरिये यूनियनों व मज़दूरों के संगठित होने के अधिकारों पर हमलों (विसकांसिन, ओहायो व अन्य स्थानों पर) और सामाजिक खर्चे पर कटौती के खिलाफ़ पूरे अमरीका में विरोध प्रदर्शन किये गये।

5अप्रैल, 2011को हाल के कानूनों के जरिये यूनियनों व मज़दूरों के संगठित होने के अधिकारों पर हमलों (विसकांसिन, ओहायो व अन्य स्थानों पर) और सामाजिक खर्चे पर कटौती के खिलाफ़ पूरे अमरीका में विरोध प्रदर्शन किये गये।

मिशीगन में हजारों मज़दूरों ने विरोध प्रदर्शन और जुलूस निकाले। उनके बैनरों पर लिखा था, “मज़दूरों के अधिकारों के लिये उठो!”। डिट्रोयट में भी हजारों यूनियनकृत मज़दूर सड़कों पर उतरे। मज़दूरों ने ध्यान दिलाया कि अमरीकी सरकार हजारों करोड़ डालर वाली कंपनियों को आयकर से बचने और मुनाफे को अधिकतम बनाने की छूट दे कर अलग नियमों से खेलने देती है, जबकि आम अमरीकी व्यक्ति को अपनी पेंशन व सामाजिक सेवायें त्यागने के लिये कहा जाता है। न्यूयार्क सिटी में एक हजार से भी अधिक लोग बजट में कटौतियों के विरोध में सिटी हाल पर जमा हुये। जैसा कि एक नेता ने कहा, “हमें अपना न्यायोचित हिस्सा चाहिये क्योंकि हम काम करते हैं।”

फिलाडेलफिया में शिक्षकों व यूनियन के सदस्यों ने प्रांत के शिक्षा बजट में उच्च शिक्षा के खर्च में भारी 54प्रतिशत कटौती के खिलाफ, जुलूस निकाला। शिक्षा में खर्च को कम करने से शिक्षा शुल्क में बढ़ोतरी होती है जिससे बहुत से नौजवान इसका लाभ नहीं उठा सकेंगे। विद्यार्थियों ने बताया कि जो उच्च शिक्षा से वंचित रह जायेंगे वे न केवल अपने भविष्य को सुधारने का मौका खो देंगे, बल्कि बहुत बार वे सामाजिक गुनाहों में भी फंस जायेंगे। इलीनाय के एक नगर में, अपने अधिकारों की रक्षा में यूनियन व गैर यूनियन के कई सौ मज़दूर वहां वाशिंगटन स्क्वायर पार्क में जमा हुये। वहां बात करने वालों में से एक शिक्षक ने कहा कि मज़दूर आदर के पात्र हैं। मज़दूरों को आत्मसम्मान मिलना चाहिये। मज़दूरों को उन्हें समर्थन देना चाहिये जो उनके आदर्शों को मानते हैं। हमने बलिदान दिये हैं। अब दूसरों – अमीरों – की बलिदान देने की बारी है।

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