तमिलनाडु में विधान सभा चुनाव के माहौल में लोगों के उम्मीदवार कामरेड टी.
तमिलनाडु में विधान सभा चुनाव के माहौल में लोगों के उम्मीदवार कामरेड टी. विल्सन का चुनाव अभियान, जो कन्याकुमारी के विलावंगाकोद क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे थे, सरमायदारी मोर्चों के अभियान से एकदम अलग था। चुनाव के लिए उनका चयन उस क्षेत्र के लोगों द्वारा जन सभाओं में किया गया और वे जिस राजनीति का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं वह सरमायदारी पार्टियों की राजनीति से बिल्कुल अलग है, जैसे रात और दिन अलग हैं।
जबकि सरमायदारी पार्टियों के उम्मीदवारों को उनकी पार्टी हाई कमान से टिकट दिया गया, टी. विल्सन का चयन बूथान संधाई, सेमगंगकलई, कडि़यालू मुड़ु, कुंजलुवेलाई, पौलकुड़ी, मुक्कुडकल, इदिकोड, अरुमणी, और वेल्लांगकोडु, देविकोड़ु, नोर्थंग कलाई, मंग्कोडु, करोडु, कुंजलुविल्लाई, मेला थेरु, कुलीचल, मारापाडी, आरुमनयी और अन्य बस्तियों और गावों के लोगों ने किया।
लोगों के इस फैसले और कामरेड विल्सन के काम जो कि उन्होंने मजदूरों और लोगों के लिए किये, इसके आधार पर हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी, लोक राज संगठन, तमिलनाडु किसान यूनियन, हिंद नौजवान एकता सभा, वर्कर्स यूनिटी मूवमेंट, असंगठित मजदूर फेडरेशन, एन.ए.पी.एम., डेमोक्रेटिक फिशरमेंस आर्गनाईजेशन ऑफ कन्याकुमारी, और कई जन संगठनों ने कामरेड विल्सन को अपना बहुमूल्य समर्थन दिया।
अभियान के दौरान 3अप्रैल से 11अप्रैल के बीच हज़ारों लोगों से मुलाकात की गयी, हज़ारों पर्चे और उम्मीदवार के घोषणापत्र बांटे गए, और सैकड़ों नुक्कड़ सभाएं आयोजित की गयीं।
अभियान के कार्यकर्ताओं ने एक वैन को तैयार किया जिस पर कामरेड विल्सन के फोटो के साथ लोक राज की जीत के लिए नारे लिखे थे। अभियान का उद्घाटन तमिलनाडु किसान यूनियन और मक्कलच्ची इयक्कम (लोक राज संगठन) के वरिष्ठ नेता कामरेड सरवानन ने किया। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने सरमायदारों के राज को खत्म करके तुरंत मजदूरों और किसानों का राज बसाने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कामरेड विल्सन को अपना उम्मीदवार बतौर चुने जाने पर बधाई दी। उन्होंने विश्वास जाहिर किया कि कामरेड विल्सन तमिलनाडु विधान सभा में मजदूरों और किसानों के हितों की हिफाज़त करने में पूरी तरह से सक्षम होंगे और लोगों के प्रति जवाबदेह और वफादार रहेंगे। माइक और लाउडस्पीकर से सजी वैन इस चुनाव क्षेत्र में चारों ओर घुमी। मुख्य चैराहों पर रुककर छोटी-छोटी जनसभाएं की गयीं और पर्चे बांटे गए।
हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी का बयान “पार्टी बदलने से नहीं चलेगा, पूरी व्यवस्था बदलनी होगी!” को लोगों ने उत्साह के साथ स्वीकार किया। कई मजदूर और मेहनतकश लोग, जो विल्सन को कई दिनों से लड़ाकू राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में जानते हैं, इस कारवां के दौरान मिले और उनका अभिनन्दन किया। उन्होंने विल्सन और उसके मकसद को पूरा समर्थन देने का वादा किया।
पुथान संदयी, एडाईकोडू, मेलपलाई, कुट्टायीकोडू, देवीकोडू, पनाचामइडू, मेलाकोडू, वेल्लाचीपराई, कुलप पराई, केट्टुर कोनम, अम्बाला कलाई, कीज़ मनगोडु, नरतंग कुजी, मुकुटुकल, और मनजालू मुडु इन चैराहों पर सभाएं आयोजित की गयी। 4अप्रैल, 2011को मनजालू मुडु में बड़ी तादाद में लोगों ने हिस्सा लिया और बड़ी गंभीरता के साथ बातें सुनीं।
पार्टी के साथियों ने सभी चैराहों पर उम्मीदवार का घोषणा पत्र और पार्टी का बयान लोगों के बीच बांटा। पार्टी का बयान और साथियों के भाषण का लोगों ने बड़े उत्साह से स्वागत किया। पार्टी के वक्ताओं ने लोगों को समझाया कि किस तरह से सरमायदारों की पार्टियों को सरमायदार मजदूरों के शोषण और लूट से जमा किये हुए करोड़ों रुपये चुनाव के लिए देते हैं। हमारे साथियों ने सभी मेहनतकश लोगों से अपील की कि लोगों के उम्मीदवार के अभियान के लिए दिल खोल कर योगदान दें। लोगों ने पार्टी के इस बुलावे को जबरदस्त समर्थन देते हुए लोगों के उम्मीदवार के चुनाव प्रचार के लिए योगदान दिया।
अरुमनायी चैराहे पर एक सफल सभा के साथ 5अप्रैल का अभियान पूरा हुआ। लोगों ने भाषण को ध्यान के साथ सुना। पार्टी के साथियों ने लोगों को बताया कि यह व्यवस्था किस तरह से चलती है और किस तरह से भ्रष्टाचार पूंजीवादी व्यवस्था का अभिन्न हिस्सा है। आज़ादी के ज़माने से ही भ्रष्टाचार चलता आया है और जैसे-जैसे पूंजीवाद और इजारेदार पूंजीवाद का विकास हुआ है, उसके साथ-साथ भ्रष्टाचार भी बढ़ता गया है।
वक्ताओं ने बताया कि हाल ही में जो घोटाले सामने आये हैं, उनमें बड़े पूंजीपति ही सबसे बड़े जिम्मेदार रहे हैं, जबकि जो राजनेता इसमें शामिल थे उन्हें भी लूट का कुछ हिस्सा मिला है। लोगों को यह समझना चाहिए कि देश और विदेश में जो भी काला धन जमा है, वह सब हम मजदूर मेहनतकश लोगों की कड़ी मेहनत की कमाई है, जो कि हमसे लूटा गया है। इससे साफ़ नज़र आता है कि भ्रष्टाचार पूंजीवाद का ही अभिन्न हिस्सा है और केवल कुछ राजनेताओं, सरकारी अफसरों और राजनीतिक पार्टियों का मसला नहीं है। यदि हमें भ्रष्टाचार मिटाना है तो पूंजीवादी व्यवस्था को ही खत्म करना होगा।
चुनाव अभियान के दौरान कई संगठनों के वक्ताओं ने जो कामरेड विल्सन का समर्थन कर रहे है, चुनाव में खड़े दोनों सरमायदारी गठबंधनों – द्रमुक-कांग्रेस गठबंधन, और अन्ना द्रमुक के साथ भाकपा और माकपा और अन्य पार्टियों का गठबंधन, दोनों के असली चरित्र का पर्दाफाश किया। ये दोनों गठबंधन एक के बाद एक सत्ता में रहे हैं और इन्होंने पूंजीपतियों की पूरी सेवा की है। सभी वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि यदि हमें अपने हक हासिल करने हैं तो इन दोनों मोर्चों को पराजित करना होगा।
असंगठित मजदूर फेडरेशन, निर्माण मजदूर यूनियन, पेन्नुरीमई इयक्कम (महिला अधिकार संगठन) की राष्ट्रीय नेता गीता ने अरुमानयी में आयोजित सभा में मजदूरों से आह्वान किया कि वे अपना वोट कामरेड विल्सन को दें। उन्होंने ऐलान किया कि वर्तमान राजनीतिक व्यवस्था मजदूरों के प्रति नाइंसाफी करती है। चुनाव प्रक्रिया में “मान्यता प्राप्त पार्टियों” और अन्य पार्टियों के लिए अलग नियम हैं। हम इस व्यवस्था को लोकतंत्र या समान मौके देने वाली व्यवस्था कैसे कह सकते हैं, जबकि चुनाव में पैसे और बल का खुल्लम-खुल्ला इस्तेमाल किया जाता है। उन्होंने कामरेड विल्सन और उन्हें समर्थन देने वाले संगठनों की बहादुरी की सराहना की, कि उन्होंने इस चुनाव में हिस्सा लिया और मजदूरों और किसानों की समस्याओं को सबके सामने रखा।
अभियान के दौरान कार्यकर्ताओं ने मजदूरों को समझाया कि जब हमारे देश में 90प्रतिशत आबादी मजदूरों और किसानों की है, तो हम अपने हाथों में सत्ता क्यों नहीं ले सकते? उन्होंने बताया कि वर्तमान प्रतिनिधित्व पर आधारित लोकतंत्र सरमायदारों के हितों को सुनिश्चित करने, अर्थव्यवस्था को पूंजीपतियों की सेवा में चलाने और पूंजीपतियों के लिए मजदूरों व देश के संसाधनों का शोषण करके अधिकतम मुनाफे सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बनाया गया है। इस व्यवस्था को बदल कर प्रत्यक्ष लोकतंत्र बसाने की जरूरत है ताकि राजनीतिक सत्ता मजदूरों और किसानों के हाथों में हो। केवल अपने हाथों में सत्ता लेकर ही हम अर्थव्यवस्था की दिशा बदल सकते हैं, ताकि सभी मजदूरों और किसानों की खुशहाली सुनिश्चित की जा सकती है। हमें व्यवस्था को बदलना होगा ताकि हम राज कर सकें। शोषण और दमन पर आधारित वर्तमान व्यवस्था को बरकरार रखकर हम मजदूरों और किसानों के हित में इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं।
हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी कामरेड विल्सन जैसे लोगों के उम्मीदवारों की इस बहादुर पहल को बधाई देती है और उन्हें इस अभियान में सफलता की शुभकामनायें देती है।