समाचारपत्र कर्मचारियों ने न्यायमूर्ती मजीतिया तले वेतन बोर्ड की सिफारिशों को तुरंत लागू करने की मांग को लेकर श्रम मंत्रालय के सामने एक जबरदस्त प्रदर्शन आयोजित किया। ज्ञात है कि इस वेतन बोर्ड ने 31 दिसम्बर, 2010 को अपनी सिफारिशें दी थी। समाचारपत्र कर्मचारियों ने सरकार व श्रम मंत्रालय द्वारा उनकी सिफारिशों को मानने और लागू करने में विलंब के प्रति अपनी नाखुशी जाहिर की है।
समाचारपत्र कर्मचारियों ने न्यायमूर्ती मजीतिया तले वेतन बोर्ड की सिफारिशों को तुरंत लागू करने की मांग को लेकर श्रम मंत्रालय के सामने एक जबरदस्त प्रदर्शन आयोजित किया। ज्ञात है कि इस वेतन बोर्ड ने 31 दिसम्बर, 2010 को अपनी सिफारिशें दी थी। समाचारपत्र कर्मचारियों ने सरकार व श्रम मंत्रालय द्वारा उनकी सिफारिशों को मानने और लागू करने में विलंब के प्रति अपनी नाखुशी जाहिर की है।
इस प्रदर्शन को कॉन्फेडरेशन ऑफ न्यूजपेपर्स एंड न्यूज एजेंसीज़ एम्प्लोईज ऑर्गनाईजेशन ने आयोजित किया था। कर्मचारियों का एक बड़ा दस्ता चंडीगढ़ के ट्रिब्यून ट्रस्ट से आया था। उनकी मांग यह भी थी कि यूनियन का कार्य करने की वजह से निलम्बित कर्मचारियों को वापस लिया जाये। पत्रकारों के साथ-साथ समाचार पत्र और एजेंसियों के दूसरे कर्मचारियों ने भी इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया। वे यू.एन.आई., पी.टी.आई., टाईम्स ऑफ इंडिया, इंडियन एक्सप्रेस की यूनियनों के साथ-साथ ए.आई.आर.एन.ई.एफ., आई.एफ.डब्ल्यू.जे., एन.यू.जे., डी.यू.जे., डेल्ही प्रेस यूनिटी सेंटर, एसोसियेशन ऑफ एक्रेडिटेड न्यूज कैमरा मैन एण्ड नेशनल अलाइंस ऑफ जर्नलिस्टस् व दूसरे संगठनों से आये थे।