संपादक महोदय,
हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट गद़र पार्टी के महासचिव की ओर से पार्टी के सदस्यों को नव वर्ष की शुभकामनाओं के लिये मैं आभारी हूं। हिन्दोस्तान की धरती पर क्रान्ति आ सकती है तथा अवश्य आयेगी, इस विषय पर उनके जोश और आशावादिता से मैं प्रोत्साहित हूं।
संपादक महोदय,
हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट गद़र पार्टी के महासचिव की ओर से पार्टी के सदस्यों को नव वर्ष की शुभकामनाओं के लिये मैं आभारी हूं। हिन्दोस्तान की धरती पर क्रान्ति आ सकती है तथा अवश्य आयेगी, इस विषय पर उनके जोश और आशावादिता से मैं प्रोत्साहित हूं।
का. लाल सिंह ने बहुत स्पष्ट रूप से बताया है कि हिन्दोस्तानी लोगों के सामने क्या खतरे हैं। मुख्य खतरा हमलावर साम्राज्यवादी पूंजीपतियों से और क्रांतिकारियों के बीच छुपे, पूंजीपतियों के बारे में भ्रम फैलाने वालों से है। यह बताया गया है कि पूंजीपति जिस संवर्धन के बडे़-बड़े आंकड़े पेश कर रहे हैं, उस संवर्धन से सिर्फ कुछ मुट्ठीभर लोग ही और अमीर हुये हैं, जब कि अधिकांश लोग और गरीब हुये हैं। यह भी समझाया गया है कि हिन्दोस्तान के पूंजीपति इस विश्वव्यापी संकट को अपने फायदे में इस्तेमाल करके, खुद को और शक्तिशाली बनाने की कोशिश कर रहे हैं। वे अपने साम्राज्यवादी इरादों को हासिल करने में और ज्यादा आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
इस स्थिति को बदलने के लिये कुछ कदम उठाना आवश्यक है। हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट गद़र पार्टी ने अपने सभी सदस्यों को शिक्षा, दिलाने, क्रान्ति का लाल झंडा बुलंद करने और मज़दूर वर्ग के क्रान्तिकारी जोश को और आगे बढ़ाने का बीड़ा उठाया है। मुझे इस बात पर बहुत आशा और गर्व है कि पार्टी के इस काम के द्वारा
क्रान्ति की लहर फिर से आगे बढ़ने लगी है। उनके शब्दों – ”अपनी पार्टी को बनाने और मज़बूत करने का प्रण लें और अपनी कोशिशों को दुगुना करें! मज़दूर वर्ग आन्दोलन के अन्दर पूंजीपतियों की विचारधारा फैलाने वालों का असर खत्म करें ताकि हिन्दोस्तान में सर्वहारा वर्ग की हुकूमत स्थापित की जा सके!” – इन्हें पढ़कर मुझे बहुत प्रसन्नता हुई।
ए.नारायण,