तेलंगाना के अस्पतालों के ठेका मज़दूरों का संघर्ष

मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट

8 फरवरी, 2025 को तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में तेलंगाना वैद्य विधान परिषद (टी.वी.वी.पी.) के तहत आने वाले विभिन्न क्षेत्रीय और जिला अस्पतालों में सफ़ाई और सुरक्षा सेवाओं के लिए कार्यरत 4,000 से ज्यादा ठेका कर्मचारियों ने बकाया वेतन के लिए प्रदर्शन किया।

400_TVVPजानकारी रहे कि तेलंगाना वैद्य विधान परिषद की स्थापना, 2 जून, 2014 को संयुक्त आंध्र प्रदेश राज्य के तेलंगाना और आंध्र प्रदेश राज्यों में विभाजन के बाद हुई थी। इस संगठन के ज़रिए तेलंगाना राज्य में माध्यमिक स्तर के अस्पतालों का प्रबंधन किया जा रहा है।

हैदराबाद स्थित जिला कोटी अस्पताल, क्षेत्रीय अस्पतालों – नामपल्ली, मलकपेट आदि में रोज़ाना एक घंटे का विरोध प्रदर्शन चल रहा है।

तेलंगाना मेडिकल एम्प्लॉइज एंड वर्कर्स यूनियन के अनुसार, पिछले कुछ महीनों से कर्मचारियों का वेतन भुगतान नहीं हो रहा है। टी.वी.वी.पी. कार्यालय के अनुसार सरकार ने भुगतान के लिए बजट मंजूर नहीं किया है।

कर्मचारियों का कहना है कि वे अपनी मांगों को लेकर बीते कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग को पूरा नहीं किया जा रहा है। मज़दूरों ने ऐलान किया कि वे अपनी मांगों को हासिल करन के लिए हड़ताल पर जाने की तैयारी कर रहे हैं।

हिन्दोस्तान भर में केन्द्र और राज्य सरकार के तहत आने वाले अस्पतालों में हज़ारों-हजारों मज़दूर, नर्स, सफ़ाई कर्मचारी, वार्डबॉय, टैक्नीशियन, खून का सैंपल लेने वाले तथा डॉक्टर, ठेके पर काम कर रहे हैं। नौकरी की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है। 8 घंटे से ज्यादा काम करना पड़ता है। सेफ्टी किट नहीं दी जाती है। इस प्रकार के नियमित काम के लिये सरकार ठेके पर मज़दूरों को रखकर काम करवाती है। सरकार ऐसा करके मरीजों की ज़िन्दगी से खिलवाड़ कर रही है।

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