देश भर के इस्पात मज़दूर यूनियनों ने 28 अक्टूबर को हड़ताल की। यह हड़ताल बोनस और पिछले 31 महीनों के बकाया भुगतान सहित 14 सूत्री मांगों के समर्थन में थी।
पश्चिम बंगाल में सेल के सभी संयंत्रों, दुर्गापुर स्टील, एलॉय स्टील और बर्नपुर में आईएससीओ संयंत्र में मज़दूरों ने हड़ताल की। बोकारो, भिलाई, राउरकेला आदि सहित देश के अन्य इस्पात संयंत्रों में भी हड़ताल की गई।
प्रदर्शनकारी मज़दूरों ने सरकार और सेल प्रबंधन की निंदा की और कहा कि वे मज़दूरों को उनके कठिन परिश्रम से प्राप्त अधिकारों से वंचित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नौकरियों में बड़ी संख्या में रिक्तियों के बावजूद अधिकांश काम दैनिक वेतनभोगी अस्थायी मज़दूरों द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने नियमित पदों पर मज़दूरों की भर्ती और दैनिक वेतनभोगी मज़दूरों के शोषण को समाप्त करने की मांग की।
प्रबंधन ने हड़ताल पर जाने से रोकने के लिए मज़दूरों को धमकियां दीं। पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर स्टील प्लांट के गेट सहित कई जगहों पर हड़ताली मज़दूरों पर हमला करने के लिए पुलिस तैनात की गई। डराए जाने और धमकियों के बावजूद स्टील मज़दूरों ने अपनी हड़ताल जारी रखी। उन्होंने घोषणा की है कि आंदोलन जारी रहेगा और अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे भविष्य में देशव्यापी स्टील मज़दूर हड़ताल की तैयारी कर रहे हैं।