राजकोट गेम जोन में आग लगने से 33 लोगों की मौत

25 मई, 2024 की शाम को गुजरात के राजकोट में टीआरपी गेम जोन में लगी आग में कम से कम नौ बच्चों सहित 33 लोगों के जिंदा जलने की सूचना है। कई अन्य के घायल होने की सूचना है।

हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक शोक संवेदना व्यक्त करती है।

चार साल पुराना विशाल मनोरंजन पार्क अस्थायी रूप में बनाया गया था जिसमें टिन की छतें और दो मंजिलें थीं। बताया जा रहा है कि आग उस समय चल रहे कुछ वेल्डिंग कार्य के कारण लगी थी। टीआरपी गेम जोन में कोई अग्नि सुरक्षा तंत्र नहीं था।

राजकोट का ये गेम जोन गुजरात व्यापक सामान्य विकास नियंत्रण विनियम (जीडीसीआर) के तहत संचालित होता है। जीडीसीआर ने सुरक्षा उपायों के संबंध में अधिकारियों से मंजूरी की आवश्यकता के बिना गेम जोन और मनोरंजन पार्क जैसी मनोरंजक गतिविधियों को स्थापित करने की अनुमति दी। गुजरात हाई कोर्ट की विशेष पीठ ने राजकोट में हुई घटना को मानव निर्मित आपदा करार दिया है।

दो साल से भी कम समय पहले, अक्तूबर 2022 में, मोरबी पुल ढहने से कई बच्चों सहित कम से कम 141 लोगों की मौत हो गई थी। मोरबी पुल ब्रिटिश काल का झूला पुल था। इसे नगरपालिका अधिकारियों द्वारा नवीकरण के लिए एक घड़ी बनाने वाली कंपनी, ओरिवा समूह को दे दिया गया था, जिसके पास पुल की मरम्मत और रखरखाव में कोई विशेषज्ञता नहीं थी। फिर उस कंपनी ने पुल को आम जनता के लिए खोल दिया, एक मनोरंजन पुल के रूप में जहां पर्यटक चल सकते थे और नीचे नदी का दृश्य देख सकते थे। छुट्टियों की शाम को, जब बच्चों सहित सैकड़ों लोग नदी का नजारा देखने के लिए पुल पर चढ़े, तो पुल ढह गया। तब भी अधिकारियों ने पुल का नवीनीकरण सुरक्षा मानकों के अनुरूप हुआ है या नहीं इसकी जांच करने की जिम्मेदारी से पूरी तरह पल्ला झाड़ लिया था।

“विकास” के नाम पर, राज्य सरकारें और साथ ही स्थानीय अधिकारी, पूंजीपतियों को सभी सुरक्षा मानदंडों का उल्लंघन करने की अनुमति दे रहे हैं, जिससे अधिक से अधिक मानव निर्मित त्रासदियां बढ़ती जा रही हैं। कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी राजकोट त्रासदी के पीड़ितों के परिवारों के साथ मिलकर सत्ता के पदों पर बैठे उन लोगों के लिए सख़्त सज़ा की मांग कर रही है, जो इस त्रासदी के लिए ज़िम्मेदार हैं।

Share and Enjoy !

Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *