ब्रिटेन के मज़दूर इज़रायल को हथियारों की बिक्री के ख़िलाफ़ हैं

BAE-workers-protestब्रिटेन की बी.ए.ई. सिस्टम्स कंपनी में काम करने वाले मज़दूर नवंबर से अपनी कंपनी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। बी.ए.ई. सिस्टम्स कंपनी तकनीकी तौर पर परिष्कृत आधुनिक हथियार बनाती है जिनका निर्यात इज़रायल को हो रहा है। दुनियाभर में लाखों लोग इज़रायल द्वारा गाज़ा में निहत्थे लोगों पर हो रहे जनसंहारक बमबारी का कड़ा विरोध कर रहे हैं। ब्रिटेन के मज़दूरों और अन्य लोगों ने बार-बार लाखों की संख्या में इज़रायली जनसंहार के विरोध में सड़कों पर प्रदर्शन किये हैं। अपनी कंपनी के फाटक पर धरना देकर, बी.ए.ई. सिस्टम्स के मज़दूर, इज़रायली जनसंहारक बमबारी के खि़लाफ़ जन-विरोध में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने ग्लासगो और गोवन में स्थित कंपनी के कारखानों के फाटक के सामने नाकाबंदी कर दी है। उनकी मांग है कि बी.ए.ई. सिस्टम्स कंपनी इज़रायल से पूरी तरह से नाता तोड़ दे क्योंकि इज़रायली राज्य गाज़ा पर बमबारी करके बच्चों व महिलाओं सहित निहत्थे लोगों का क़त्ल कर रहा है। वे ब्रिटिश सरकार से भी मांग कर रहे हैं कि सरकार गाज़ा में स्थाई युद्धविराम की मांग का और फ़िलिस्तीन पर इज़रायली कब्जे को ख़त्म करने की मांगों का समर्थन करे।

BAE-workers-protestब्रिटेन में दूसरे हथियार निर्माताओं के कारखानों के बाहर भी मज़दूर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस वक़्त ऐसा बोर्नमथ, लंकाशायर और ब्राईटन में स्थित तीन आयुध कंपनियों के बाहर हो रहा है। ब्रिटेन के मज़दूर एक संगठन के तहत एकजुट हुए हैं जिसका नाम ”वर्कर्स फॉर फ्री पेलेस्टाइन“ (आज़ाद फ़िलिस्तीन के समर्थन में मज़दूर)। यह संगठन न केवल ब्रिटेन में बल्कि पूरे यूरोप में मज़दूरों से चर्चा कर रहा है और उन्हें समझा रहा है कि मज़दूरों को निर्दोष लोगों की हत्याओं के सिलसिले से अपने आप को अलग करना चाहिये। मज़दूर स्पष्ट कर रहे हैं कि जो जनसंहार चल रहा है उसके लिये मज़दूर ज़िम्मेदार नहीं माने जा सकते। बल्कि उसके लिये आयुध कंपनियों के प्रबंधन ज़िम्मेदार हैं जो यह तय करते हैं कि क्या बनाया जायेगा और क्या इज़रायल को बेचा जायेगा। यह संगठन मज़दूरों से यह भी अपील कर रहा है कि उन्हें अपनी-अपनी यूनियनों में यह मांग उठानी चाहिये कि वे भी इज़रायल द्वारा गाज़ा में की जाने वाली कार्यवाइयों से जुड़ी परियोजनाओं पर काम करने से इनकार करें।

स्कॉटलैंड में इज़रायल को हथियार निर्यात करने वाली कंपनियों को 2016 और 2020 के बीच दिये गये एक करोड़ ब्रिटिश पौंड (105 करोड़ रुपये) के सरकारी अनुदान के बारे में मज़दूर संगठनों ने प्रश्न उठाये हैं। ऐसा ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के नाम पर किया जा रहा है। इस अनुदान में से 16.8 करोड़ रुपये बी.ए.ई. सिस्टम्स कंपनी को दिये गये हैं। मज़दूर मांग कर रहे हैं कि सरकारी अनुदान का उपयोग लोगों के भले में होना चाहिये, न कि लोगों को मारने के लिये। वे कह रहे हैं कि गाज़ा में हो रहे जनसंहार से बी.ए.ई. सिस्टम्स कंपनी द्वारा मुनाफ़ा कमाना ग़लत है; कि वे कंपनी के प्रबंधन को मौत के सिलसिले के लिये ज़िम्मेदार ठहराते हैं। बी.ए.ई. सिस्टम्स कंपनी इज़रायल को लड़ाकू हवाई जहाज और एम.के. 38 मोड 2 मशीन गन की आपूर्ति कर रही है। ब्रिटेन में मज़दूरों के विरोध प्रदर्शनों की सहानुभूति में फ्रांस, डेनमार्क और नीदरलैंड में भी मज़दूर प्रदर्शन कर रहे हैं।

फ़िलिस्तीनी टेªड यूनियनों ने ब्रिटेन व यूरोप के मज़दूरों द्वारा इज़रायल के खि़लाफ़ खड़े होने को सलाम किया है। एक बयान में उन्होंने कहा है कि ”आज ब्रिटेन में चार कंपनियों में चक्का जाम और उसी वक़्त यूरोप में अनेक नाकाबंदियों के ज़रिये यह अभिव्यक्ति की गयी है कि इज़रायल द्वारा लगातार गाज़ा में बमबारी व हो रहे जनसंहार के दौरान सामान्य व्यवसाय नहीं हो सकता“।

अमरीका में सान डियेगो में स्थित नोर्थ्रोप ग्रूमन जैसी हथियार निर्माता कंपनियों के सामने विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारी इज़रायल को हथियारों की बिक्री का विरोध कर रहे हैं। उनकी मांग है कि गाज़ा में हो रहे जनसंहार को तुरंत रोकना होगा।

इज़रायली बमबारी के खि़लाफ़ दुनियाभर के मज़दूरों द्वारा किये जा रहे विरोध प्रदर्शन दिखाते हैं कि मज़दूर वर्ग दुनियाभर में जनसंहार और अन्यायों का विरोध कर रहा है।

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