मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट
19 नवम्बर, 2023 को हरियाणा में बेलसोनिका यूनियन ने गुरुग्राम के डिप्टी कमिशनर (डी.सी.) कार्यालय पर प्रदर्शन किया। बेलसोनिका यूनियन के समर्थन में विभिन्न जनसंगठनों व ट्रेड यूनियनों ने गुरुग्राम डी.सी. ऑफिस पहुंचकर अपना समर्थन दिया।
गौरतलब है कि गुरुग्राम स्थित बेलसोनिका कंपनी की मज़दूर यूनियन ने कंपनी में स्थाई काम के लिये लम्बे समय से कार्यरत ठेका मज़दूरों को यूनियन की सदस्यता दे दी थी। यूनियन के इस क़दम पर कम्पनी प्रबंधन और हरियाणा सरकार के श्रम विभाग ने मिलकर यूनियन के रजिस्ट्रेशन को रद्द कर दिया है।
मज़दूरों ने जब कंपनी के प्रबंधन व श्रम विभाग की इस कार्रवाई का विरोध किया तो कंपनी ने यूनियन के कई पदाधिकारियों व सदस्यों को बर्ख़ास्त कर दिया और क़रीब 25 मज़दूरों को भी नौकरी से निकाल दिया। यूनियन द्वारा मज़दूरों के अधिकारों पर हो रहे इन हमलों के ख़िलाफ़, 12 अक्तूबर से गुरुग्राम के डी.सी. कार्यालय पर लगातार धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है। लेकिन हरियाणा सरकार व उसके श्रम विभाग की नींद नहीं खुल रही है।
बेलसोनिका की यूनियन के मज़दूरों के धरने को समर्थन करने पहुंचे संगठनों के प्रतिनिधियों ने कहा कि बेलसोनिका यूनियन का ठेका मज़दूरों को जोड़ने की पहल और उनका संघर्ष सराहनीय है। शोषण उत्पीड़न के ख़िलाफ़ वर्गीय एकता बनाकर संघर्ष करना ही एकमात्र सही तरीक़ा है। हम सभी को ऐसे संघर्षरत मज़दूरों के साथ खड़े होना चाहिए।
धरने को संबोधित करने वालों में थे – डेमोक्रेटिक पीपल्स फ्रंट से अर्जुन प्रसाद, सी.पी.आई. (एम.एल.) क्रांतिकारी पहल से विमल त्रिवेदी, लोकपक्ष से कृष्ण कान्त सिंह, मजदूर सहयोग केंद्र से गौरी और इंकलाबी मजदूर केंद्र से मुन्ना प्रसाद।
गुड़गांव-मानेसर क्षेत्र में नियमित मज़दूरों और ठेका मज़दूरों को एकजुट करने का संघर्ष के बारे में नवम्बर 2022 में प्रकाशित हमारे लेख “मोटरगाड़ी उद्योग में मज़दूरों का संघर्ष” को पढ़िए।