फ़सल बीमा क्लेम के भुगतान न होने पर सिरसा में किसानों का संघर्ष

मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट

Sirsa-Insurance16 अगस्त, 2023 के दोपहर को हरियाणा के जिला सिरसा में किसानों ने ख़रीफ़ 2022 में ख़राब हुई फ़सल के बीमा क्लेम की राशि के भुगतान किए जाने की मांग को लेकर भावदीन टोल पर अनिश्चितकालीन धरना दिया।

धरना स्थल पर किसानों की ओर से लंगर, पेयजल सहित अन्य व्यवस्थाएं भी की गई। धरने में भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) और सरपंच एसोसिएशन के प्रधान व अन्य सदस्य उपस्थित थे।

धरने के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग 9 को जाम किया गया। हजारों की संख्या में किसान अपने ट्रैक्टर के साथ धरने पर पहुंचे। आंदोलित किसानों ने फ़सल बीमा के क्लेम के भुगतान न होने पर अपना गुस्सा प्रकट किया।

फ़सल बीमा क्लेम के लिए सिरसा के किसान बीते 100 दिन से चोपटा क्षेत्र में धरना दे रहे हैं। किसानों ने पहले नाथूसरी चोपटा तहसील कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया था। उसके बाद 16 दिनों से चार किसान, गांव नारायणखेड़ा में जलघर की टंकी पर चढ़कर, रोष प्रदर्शन कर रहे हैं। न सरकार सुनने को तैयार है और न ही बीमा कंपनी। इस जिले के 1.32 लाख किसानों की 641 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि अटकी हुई है।

इस संघर्ष के चलते कंपनी ने 4011 किसानों को 18,29,37,554 रुपए जारी कर दिए हैं, लेकिन इस बीमा क्लेम पर कंपनी ने ऑब्जेक्शन लगाया है। यह मामला अब भारत सरकार की टेक्निकल कमेटी में जाकर अटक गया है।

किसानों ने अपनी मांग की ओर सरकार और बीमा कंपनी का ध्यान आकर्षित करने के लिए धरना के दौरान भूख हड़ताल की है। हड़तालियों की हालत बिगड़ने पर अस्पताल में इलाज कराया है। अंत में, सरकार की ओर से मांगों पर ध्यान न दिए जाने पर, 13 अगस्त को किसानों ने सरकार को चेतावनी दी थी कि अगर 15 अगस्त को उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता तो वे भावदीन टोल प्लाजा पर जाम लगाएंगे। इसी बीच 14 अगस्त को सरकार ने किसानों के खातों में कुछ थोड़ी सी राशि जारी की है। इससे किसान संतुष्ट नहीं हैं।

18 अगस्त की रात को सरकार और किसानों के बीच वार्ता हुई। इस वार्ता में सरकार ने किसानों को फ़सल बीमा का क्लेम 30 दिन के भीतर देने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही भावदीन पर अनिश्चितकालीन धरना ख़त्म हुआ।

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