लंदन से आई.डब्ल्यू.ए. (जीबी) के संवाददाता की रिपोर्ट
इंडियन वर्कर्स एसोसिएशन (ग्रेट-ब्रिटेन) के कार्यकर्ता 20 मई को शनिवार के दिन, दिल्ली में जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रही महिला पहलवानों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करने के लिए लंदन में भारतीय दूतावास के सामने विरोध प्रदर्शन किया। आई.डब्ल्यू.ए. के प्रतिनिधियों ने प्रदर्शन में शामिल लोगों को संबोधित किया। उन्होंने मांग की कि हिन्दोस्तान की सरकार दोषियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करे।
“दोषियों को सज़ा दो!”, “महिला पहलवानों को न्याय दो!”, “हिन्दोस्तान की सरकार किसका समर्थन करती है? अपराधियों का!”, आदि नारे लगाए गए। हिन्दोस्तानी राज्य के ख़िलाफ़ हिन्दोस्तानी समुदाय के गुस्से से ब्रिटेन गूंज उठा।
विरोध प्रदर्शन में वक्ताओं ने मांग की कि हिन्दोस्तानी राज्य को इस तरह के उत्पीड़न के ख़िलाफ़ महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए। प्रदर्शकारी पहलवानों ने अंतरराष्ट्रीय खेल क्षेत्र में देश का नाम ऊंचा करने में योगदान दिया है और अपने शानदार प्रयासों में आगे भी सफल होने के लिए उन्हें राज्य का समर्थन पाने का अधिकार है।
वक्ताओं ने कहा कि हिन्दोस्तानी राज्य टाटा, बिड़ला, अंबानी और अदानी जैसे बड़े कॉर्पोरेट घरानों के हितों को पूरा करता है। भाजपा, कांग्रेस पार्टी और अन्य मुख्यधारा की राजनीतिक पाटियां इन कॉर्पोरेट घरानों द्वारा तय एजेंडे को ईमानदारी से लागू करती हैं। हिन्दोस्तानी राज्य का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है कि वह न्याय के लिए लड़ने वाले लोगों को गिरफ़्तार, प्रताड़ित और यहां तक कि उनकी हत्या करने और अपराधियों को सज़ा से बचाता रहा है ।
लोग न्याय के लिए राज्य के किसी भी संस्थान पर भरोसा नहीं कर सकते। उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि हमें हिन्दोस्तानी राज्य के अत्याचार के ख़िलाफ़ सभी जुझारू ताक़तों की एकता पर भरोसा करना चाहिए।
आई.डब्ल्यू.ए. (जीबी) को हिन्दोस्तान में महिला पहलवानों द्वारा छेड़े गए वीरतापूर्ण संघर्ष तथा शोषण और उत्पीड़न के ख़िलाफ़ लड़ने वाली सभी महिलाओं पर गर्व है। हम इस संघर्ष में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। महिला पहलवानों की उचित मांगों के समर्थन में ब्रिटेन में आई.डब्ल्यू.ए. (जीबी) और अन्य प्रगतिशील संगठनों द्वारा और अधिक विरोध प्रदर्शन की कार्रवाइयां आयोजित की जाएंगी।
दोषियों को सज़ा दो!
महिला पहलवानों को न्याय दो!
महिला पहलवानों का संघर्ष ज़िन्दाबाद!