ऑल इंडिया हेल्थ एम्प्लाईज एण्ड वर्कर्स कन्फेडरेशन के झंडे तले देश भर के आशा और सहिया मज़दूर संसद के बाहर 24 फरवरी, 2011 से जमा हैं।
ऑल इंडिया हेल्थ एम्प्लाईज एण्ड वर्कर्स कन्फेडरेशन के झंडे तले देश भर के आशा और सहिया मज़दूर संसद के बाहर 24 फरवरी, 2011 से जमा हैं।
उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं के निजीकरण को खत्म करने की, ठेकेदारी पध्दति और नौकरियों के आउटसोर्सिंग पर रोक लगाने की, अनियमित, अस्थायी व ठेका कर्मियों को स्थायी बनाने की, समान काम के लिये समान वेतन की, और स्वास्थ्यकर्मियों के सम्मान व सुरक्षा की गारंटी की मांगें रखी हैं। उन्होंने आशा और सहिया मज़दूरों को स्थाई करने की मांग उठायी है।