ह्यूगो शावेज़, वेनेजुयेला के बोलिवारियन गणराज्य के राष्ट्रपति का, कैंसर के खिलाफ़ बहादुर और लंबे संघर्ष के बाद, 5 मार्च, 2013 को काराकास में देहान्त हो गया। उनका देहान्त वेनेज़ुयेला के लोगों और उत्तर, मध्य व दक्षिण अमरीका के सभी लोगों और दुनिया के लोगों के साम्राज्यवाद-विरोधी आन्दोलन के लिये एक भारी क्षति है।
ह्यूगो शावेज़, वेनेजुयेला के बोलिवारियन गणराज्य के राष्ट्रपति का, कैंसर के खिलाफ़ बहादुर और लंबे संघर्ष के बाद, 5 मार्च, 2013 को काराकास में देहान्त हो गया। उनका देहान्त वेनेज़ुयेला के लोगों और उत्तर, मध्य व दक्षिण अमरीका के सभी लोगों और दुनिया के लोगों के साम्राज्यवाद-विरोधी आन्दोलन के लिये एक भारी क्षति है।
हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी राष्ट्रपति शावेज़ के परिवार, वेनेजुयेला के बोलिवारियन गणराज्य के उप राष्ट्रपति, युनाइटेड सोशलिस्ट पार्टी ऑफ वेनेज़ुयेला और वेनेज़ुयेला के सभी लोगों को अपना गहरा शोक व्यक्त करती है।
ह्यूगो शावेज़ का जीवन व काम वेनेजुयेला की राष्ट्रीय संप्रभुता की हिफाज़त, लातिनी अमरीका में साम्राज्यवादी वर्चस्व और लूट के खिलाफ़ संघर्ष और पूरी दुनिया में शान्ति के लिये उनकी अडिग वचनबद्धता को दर्शाते हैं। वे अमरीकी साम्राज्यवाद और पूरी दुनिया में उसकी हमलावर, जंग फरोशी के कट्टर विरोधी थे। हर अंतर्राष्ट्रीय मंच पर उन्होंने दुनिया के लोगों के खिलाफ़ अमरीकी साम्राज्यवाद और उसके मित्रों की साजिशों का पर्दाफाश किया।
15 वर्ष तक लगातार, ह्यूगो शावेज़ बार-बार वेनेज़ुयेला के राष्ट्रपति चुने गये, हालांकि उनकी सरकार को गिराने के लिये अमरीकी साम्राज्यवाद ने कई खुले व गुप्त प्रयास किये।
शावेज़ और युनाइटेड सोशलिस्ट पार्टी ऑफ वेनेज़ुयेला ने लातिनी अमरीका के देशों और लोगों की साम्राज्यवाद-विरोधी एकता को बनाने और उनकी आर्थिक व राजनीतिक संप्रभुता की हिफ़ाजत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बोलिवारियन एलायंस फॉर दी अमेरिकास (ए.एल.बी.ए.), दी बैंक ऑफ दी साउथ, दी कम्युनिटी ऑफ लातिन अमरीकन एंड कैरिबियन स्टेट्स (सेलैक), द युनियन ऑफ साउथ अमेरिकन नेशंस (यू.एन.ए.एस.यू.आर.) और काउंसिल ऑफ लेटिन अमेरीकन डिफेंस – ये सारे संगठन उन अनेक परियोजनाओं में से हैं जिनसे उत्तर, दक्षिण व मध्य अमरीका और कैरिबियन के लोगों को अपनी आजादी व संप्रभुता की रक्षा करने में लाभ हुआ है। इन प्रयासों से स्पष्ट होता है कि उस इलाके के लोगों की संप्रभुता और शान्ति की रक्षा के लिये, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व बैंक तथा नव उपनिवेशवाद के दूसरे साम्राज्यवादी संस्थानों के वर्चस्व को खत्म करने के लिये, इन संगठनों को बनाने पर ह्यूगो शावेज़ पूरी तरह वचनबद्ध थे।
58 वर्ष की इतनी कम उम्र में ह्यूगो शावेज़ का देहान्त वेनेज़ुयेला और पूरी दुनिया के लोगों, जो साम्राज्यवाद के खिलाफ़ और शान्ति के लिये अनवरत संघर्ष कर रहे हैं, के लिये बहुत बड़ी क्षति है। हमें पूरा विश्वास है कि वेनेज़ुयेला के लोग अपने दुख को अपनी ताकत में बदल देंगे और अपनी संप्रभुता की रक्षा करने तथा साम्राज्यवाद के खिलाफ़ व विश्व शान्ति के लिये लगातार संघर्ष करने के रास्ते पर डटे रहेंगे।