105 साल पहले, 7 नवंबर 1917 को, बोल्शेविक पार्टी के नेतृत्व में रूस के मज़दूरों ने क्रांति में जीत हासिल की थी और पूंजीपतियों व जमींदारों के शासन के स्थान पर अपना शासन स्थापित किया था । उस क्रांति ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया था । उसने दुनिया भर के सरमायदारों के दिलों में दहशत फैला दी थी । उसने सभी देशों के मज़दूरों और उत्पीड़ित लोगों में यह उम्मीद जगाई थी कि हर प्रकार के शोषण-दमन से मुक्त समाज का निर्माण करना मुमकिन है।
हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी की केंद्रीय समिति ने अक्तूबर क्रांति के शताब्दी वर्ष में, पूरी पार्टी को इस विषय पर शिक्षित करने के लिए एक अभियान चलाया था, कि कैसे बोल्शेविक पार्टी ने रूस के मजदूर वर्ग को क्रांति में जीत हासिल करने के लिए नेतृत्व दिया था । उस अभियान का समापन महान अक्तूबर समाजवादी क्रांति की शताब्दी पर एक सार्वजनिक उत्सव के साथ हुआ था, जिसमें मुख्य भाषण कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी के महासचिव कॉमरेड लाल सिंह द्वारा दिया गया था।
हम अपने सभी पाठकों से, कॉमरेड लाल सिंह के मुख्य भाषण और अक्तूबर क्रांति के शताब्दी वर्ष के दौरान मज़दूर एकता लहर में प्रकाशित अक्तूबर क्रांति पर लेखों का अध्ययन करने, का आह्वान करते हैं।
इनके लिंक नीचे दिए गए हैं।
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- महान अक्तूबर क्रांति की सीख अमर रहे!
हिन्दोस्तानी क्रांति की जीत के लिये हालतें तैयार करें!
4 नवम्बर, 2017 को अक्तूबर क्रांति की शताब्दी के अवसर पर, हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी द्वारा आयोजित दो-दिवसीय सम्मलेन में पार्टी के महासचिव कामरेड लाल सिंह द्वारा दिया गया मुख्य भाषण - रूस की फरवरी क्रान्ति के अमूल्य सबक
- लेनिन के ‘दूर देश से पत्र’ के कुछ अंश
- लेनिन की अप्रैल थीसिस के बहुमूल्य सबक
- क्रांति और बोल्शेविकों के बढ़ते प्रभाव के खिलाफ़ जनरल कार्निलोव के विद्रोह को कुचल दिया गया
- रूस के मज़दूर वर्ग ने सरमायदारी राज का तख़्ता पलट किया और खुद अपना राज बसाया
- अक्तूबर क्रांति की जीत से मज़दूरों-किसानों का राज्य स्थापित हुआ
- महान अक्तूबर क्रांति की सीख अमर रहे!