1 फरवरी, 2011 की रात से कोच्ची बंदरगाह के मजदूर हड़ताल पर हैं। अन्य मांगों के अलावा वे मांग कर रहे हैं कि जब कंटेनर ऑॅपरेशन को वल्लारपदम बंदरगाह में स्थानांतरण किया जायेगा तो कोच्ची बंदरगाह को अंतर्देशीय कार्गो हब के रूप में विकसित किया जाये और उनके रोजगार की रक्षा की जाये।
11 फरवरी, 2011 को वल्लारपदम में इंटरनेशनल कंटेनर ट्
1 फरवरी, 2011 की रात से कोच्ची बंदरगाह के मजदूर हड़ताल पर हैं। अन्य मांगों के अलावा वे मांग कर रहे हैं कि जब कंटेनर ऑॅपरेशन को वल्लारपदम बंदरगाह में स्थानांतरण किया जायेगा तो कोच्ची बंदरगाह को अंतर्देशीय कार्गो हब के रूप में विकसित किया जाये और उनके रोजगार की रक्षा की जाये।
11 फरवरी, 2011 को वल्लारपदम में इंटरनेशनल कंटेनर ट्रांसशिपमेंट टर्मिनल (आई.सी.टी.टी.) का उद्धाटन किया जायेगा। बंदरगाह की सारी कार्यवाही मौजूदा राजीव गाँधी टर्मिनल से हटाकर इस नए टर्मिनल से चलायी जायेगी। मौजूदा राजीव गाँधी टर्मिनल पर काम कर रहे मजदूरों को डर है कि इससे उनका रोजगार छीना जायेगा।