आल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसियेशन का 19वां द्विवार्षिक जोनल अधिवेशन गाजियाबाद में दिनांक 3 दिसम्बर, 2012 को जोशपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुआ। सभा में मुरादाबाद, गाजियाबाद, रोहतक, लखनऊ, वाराणसी, मेरठ, दिल्ली मण्डल सहित देश के अलग-अलग मंडलों के संगठन से सैकड़ों लोको पाइलटों ने हिस्सा लिया। इस अधिवेशन में लोक राज संगठन को भी आमंत्रित किया गया था।
आल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसियेशन का 19वां द्विवार्षिक जोनल अधिवेशन गाजियाबाद में दिनांक 3 दिसम्बर, 2012 को जोशपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुआ। सभा में मुरादाबाद, गाजियाबाद, रोहतक, लखनऊ, वाराणसी, मेरठ, दिल्ली मण्डल सहित देश के अलग-अलग मंडलों के संगठन से सैकड़ों लोको पाइलटों ने हिस्सा लिया। इस अधिवेशन में लोक राज संगठन को भी आमंत्रित किया गया था।
सभा की शुरुआत में ए.आई.एल.आर.एस.ए. के जोनल अध्यक्ष ने संगठन का ध्वज फहराया और शहीद हुये साथियों को पुष्पांजली अर्पित की। इस अधिवेशन में ए.आई.जी.सी, टी.ई.ए.आर., ए.एस.एम.ए., यू.आर.के.यू., के पदाधिकारियों सहित गाजियाबाद नगर-निगम संघ तथा अन्य कई संगठनों के पदाधिकारियों ने शिरकत की तथा सभा को संबोधित किया।
इस अधिवेशन में सभी वक्ताओं ने लोको रनिंग स्टाफ की एकता बनाये रखने पर बल दिया और मजदूरों से आह्वान किया कि हमें अपना संघर्ष लगातार जारी रखना है। सभा को संबोधित करते हुये जनरल सेक्रेटरी का. एम.एन. प्रसाद ने सभी उपस्थित सदस्यों और पदाधिकारियों का हौसला बढ़ाया तथा नेशनल इंडस्ट्रियल ट्रिब्यूनल (एन.आई.टी.) के बारे में रनिंग स्टाफ को सचेत किया तथा उसके बारे में जानकारी दी।
लोको रनिंग स्टाफ के कई मसले हैं जैसे कि ग्रेड पे में बढ़ोतरी, रनिंग भत्ते की दर, काम करने के घंटे, आराम की व्यवस्था, रिक्त पदों को भरना, सर्दी में काम के लिए पर्याप्त दर्जे की वर्दी, इत्यादि। इन मांगों के प्रति रेल प्रशासन के रवैये बेहद नकारात्मक रहे हैं। उन्होंने बताया कि काफी समय बीतने के बाद भी रेल प्रशासन उनकी मांगों पर कोई फैसला नहीं ले रहा है, और अब उसे एन.आई.टी. के समक्ष रखा गया है। लेकिन रेल प्रशासन एन.आई.टी. के साथ सहयोग नहीं कर रहा है। इससे लोको रनिंग स्टाफ में काफी रोष है।
का. पदम सिंह गंगवार ने सभा के समापन में संगठन के सभी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देते हुये अधिवेशन की सफलता के लिये दिल्ली मंडल के कार्यकर्ताओं को बधाई दी।
अधिवेशन के अंत में लोको पायलट के संघर्ष से सम्बंधित कई प्रस्ताव पेश किये गए, जिन्हें एकमत से पारित किया गया।