पार्टी की 30वीं सालगिरह जोश से मनाई गई

अपनी पार्टी के चौथे महाअधिवेशन में चुनी गयी केन्द्रीय समिति के निर्णय के अनुसार, पार्टी की तमिलनाडु इलाका समिति ने एक जोशीला सम्मेलन आयोजित किया। चौथे महाअधिवेशन के पश्चात साथियों में अथाह उत्साह था। सचिव द्वारा चौथे महाअधिवेशन की कार्यवाई और निर्णयों पर पेश की गई रिपोर्ट को साथियों ने ध्यानपूर्वक सुना। सभी साथियों ने रिपोर्ट का हार्दिक स्वागत

अपनी पार्टी के चौथे महाअधिवेशन में चुनी गयी केन्द्रीय समिति के निर्णय के अनुसार, पार्टी की तमिलनाडु इलाका समिति ने एक जोशीला सम्मेलन आयोजित किया। चौथे महाअधिवेशन के पश्चात साथियों में अथाह उत्साह था। सचिव द्वारा चौथे महाअधिवेशन की कार्यवाई और निर्णयों पर पेश की गई रिपोर्ट को साथियों ने ध्यानपूर्वक सुना। सभी साथियों ने रिपोर्ट का हार्दिक स्वागत किया और चौथे महाअधिवेशन में लिये गये निर्णयों को अपने इलाके में जोरशोर से लागू करने की प्रतिज्ञा की।
इसके बाद, साथियों को अपने देश की राजनीतिक अर्थव्यवस्था पर एक प्रस्तुति दिखाई गयी जिसके पश्चात अपने देश में क्रांति के रास्ते पर जोशीली चर्चा हुई।
चौथे महाअधिवेशन द्वारा वर्तमान के लिये परिभाषित विचारधारात्मक व विवादात्मक संघर्ष के तत्व पर एक प्रस्तुति पेश की गयी। ”समाजवाद के संसदीय रास्ते” और माओ त्से तुंग विचार के अनुयाइयों द्वारा क्रांति को पहुंचाये गये नुकसान के बारे में, कि कैसे इनकी लाईन से पूंजीपतियों को अपनी राजनीतिक सत्ता को बरकरार रखने में मदद मिली है, इस पर जोशीली चर्चा हुई।
सम्मेलन के अंत में उत्साहपूर्ण हर्षध्वनि के साथ यह निर्णय लिया गया कि चौथे महाअधिवेशन के दस्तावेजों को चर्चा के लिये कम्युनिस्टों और मज़दूरों के आंदोलन में लेकर जायेंगे ताकि जो वास्तव में मातृभूमि में कम्युनिज्म लाना चाहते हैं उनके साथ पूंजीवाद को उखाड़ फेंकने और अपने देश में समाजवाद लाने के रास्ते पर आगे बढ़ने के विषय पर विचार विमर्श हो सके।

Share and Enjoy !

Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *