आन्ध्र प्रदेश के कुर्नूल जिले में स्थित जिन्दल सीमेंट कारखाने के मज़दूर, 22 जनवरी, 2011 से पुलिस के हमलों और गोलीबारी को झेलते हुये बहादुरी से आंदोलन करते आये हैं। उनके आंदोलन का तात्कालिक कारण उस दिन काम करने के असुरक्षित हालत के कारण एक मज़दूर की मौत थी। मज़दूर अपने मृत साथी के
आन्ध्र प्रदेश के कुर्नूल जिले में स्थित जिन्दल सीमेंट कारखाने के मज़दूर, 22 जनवरी, 2011 से पुलिस के हमलों और गोलीबारी को झेलते हुये बहादुरी से आंदोलन करते आये हैं। उनके आंदोलन का तात्कालिक कारण उस दिन काम करने के असुरक्षित हालत के कारण एक मज़दूर की मौत थी। मज़दूर अपने मृत साथी के परिवार के लिये मुआवजे की मांग कर रहे थे। कारखाने के बिकालालागुडुर गेट के सामने उन्होंने प्रदर्शन किया। पुलिस ने मज़दूरों पर बेरहमी से हमला किया और 24 जनवरी, 2011 को गोली चलाई। परन्तु मज़दूर अपने संघर्ष में कायम रहे और उनके जोशीले संघर्ष की वजह से, प्रबंधन को मृत मज़दूर के परिवार को मुआवजा देना ही पड़ा।