22 मई को मोंट्रियाल में शिक्षा शुल्क वृध्दि और विधेयक 78के विरोध के सौंवे दिन दसियों-हजार छात्र सड़कों पर आये। विधेयक 78एक नया विधेयक है जिसके ज़रिये छात्रों के विरोध प्रदर्शनों को रोका जायेगा।
22 मई को मोंट्रियाल में शिक्षा शुल्क वृध्दि और विधेयक 78के विरोध के सौंवे दिन दसियों-हजार छात्र सड़कों पर आये। विधेयक 78एक नया विधेयक है जिसके ज़रिये छात्रों के विरोध प्रदर्शनों को रोका जायेगा।
विरोध करते छात्रों ने लाल बैनरों के साथ और नारे लगाते हुये मध्य मोंट्रियाल से जुलूस निकाला। नारों में उन्होंने शिक्षा शुल्क की वृध्दि और क्यूबेक की प्रांतीय सरकार के नये कानून का विरोध किया। इस नये कानून से विरोध प्रदर्शन आयोजित करना मुश्किल हो जायेगा और जो आदेशों का पालन नहीं करते, उन पर जबरदस्त जुर्माना लगाया जायेगा। मीडिया की रिपोर्टों के अनुसार इन प्रदर्शनों में छात्रों की मांगों का समर्थन करते हुये, विश्वविद्यालय के शिक्षकों सहित हजारों नागरिकों ने भाग लिया।
क्यूबेक के छात्र फरवरी से ही प्रस्तावित शिक्षा शुल्क वृध्दि के विरोध में लगभग प्रतिदिन प्रदर्शन करते आये हैं। अस्थायी समझौते के अनुसार विश्वविद्यालयों के शिक्षा शुल्क में 1,780 कनेडियन डालर की वृध्दि सात वर्षों में होगी। यानि हर वर्ष शिक्षा शुल्क 254 कनेडियन डालर की वृध्दि होगी। इससे वार्षिक शिक्षा शुल्क लगभग 4,000 कनेडियन डालर हो जायेगा। यह योजना शिक्षा वर्ष 2012-13 से लेकर शिक्षा वर्ष 2016-17 तक लागू करने की योजना है।
17 मई को जब से नया कानून पारित किया गया है, तब से सैकड़ों छात्रों को तथा विरोध प्रदर्शनों में भाग लेने वालों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। 23 मई को, नये कानून की अवहेलना करने के लिये एक पूरी रात का प्रदर्शन मोंट्रियाल में आयोजित किया गया था। इस प्रदर्शन ने3 घंटे में 20 कि.मी. की दूरी तय की। जबकि प्रदर्शन को गैरकानूनी घोषित किया गया था, 5,000 से भी अधिक लोगों ने बर्तनों को बजाकर प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में 500 से भी अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया। क्यूबेक सिटी से भी उसी वक्त प्रदर्शनों की खबरें मिली हैं।
शिक्षा मंत्री ने कुछ शर्तें रख कर छात्रों को समझौते के लिये बुलाया है, परन्तु छात्रों ने इसे नामंजूर कर दिया है। शिक्षा मंत्री की शर्तों के अनुसार छात्रों को शिक्षा शुल्क को न बढ़ाने की मांग त्याग देना होगा और विशेष कानून, जिसके तहत मोंट्रियाल की पुलिस अभूतपूर्व तौर से गिरफ्तारियां कर रही है, उसको लागू न करने और उसे वापस लेने की मांग को त्यागना होगा।
नये कानून के अंतर्गत, कोई भी व्यक्ति जो छात्रों को शिक्षा संस्थान में जाने से रोकता है या कक्षा भंग करता है, उसको 1,000 से 5,000 कनेडियन डालर का जुर्माना भरना पड़ेगा। छात्र नेताओं पर यह जुर्माना 7,000 से 35,000 कनेडियन डालर होगा और छात्र यूनियन या फेडरेशन पर यह जुर्माना 25,000 से 125,000 कनेडियन डालर होगा।
विरोध प्रदर्शनों को आयोजित करना भी यह कानून ज्यादा मुश्किल बना देता है। प्रदर्शनकारियों को अपनी योजना की जानकारी पुलिस को देनी होगी। पूरा विवरण, जैसे कि कार्यक्रम, इसकी अवधि, कितने लोग भाग लेंगे और कार्यवाई का पक्का समय, 8 घंटे पहले पुलिस को देना होगा।
क्यूबेक और पूरे कनाडा के छात्र संगठनों के नेताओं ने नये कानून की और पुलिस द्वारा छात्र प्रदर्शनों पर कड़ी कार्यवाइयों की निंदा की है। कनेडियन एसोसियेशन ऑफ यूनिवर्सिटी टीचर्स, द फेडरेशन ऑफ पोस्ट सेकेंडरी एजूकेटर्स ऑफ बीसी तथा दूसरे शिक्षक संगठनों ने काले कानून 78की भर्त्सना की है। विपक्ष की पार्टियों ने भी काले कानून को लाने के लिये चारेस्ट सरकार की निंदा की है।