वफादारकम्युनिस्ट, जुझारू ट्रेड यूनियन नेता, निष्ठावान सामाजिक कार्यकर्ता और मानववादी, कामरेड आर.
वफादारकम्युनिस्ट, जुझारू ट्रेड यूनियन नेता, निष्ठावान सामाजिक कार्यकर्ता और मानववादी, कामरेड आर. शणमुगम अब हमारे बीच नहीं रहे। मजदूर वर्ग और मेहनतकशों की मुक्ति और कल्याण के लिये दिन-रात काम करने वाले कामरेड शणमुगम 28 नवंबर, 2011 को, 58 वर्ष की उम्र में,दिल का दौरा पड़ने से उनका देहान्त हो गया। हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी उनकी पत्नी व पुत्री को इस घोर क्षति पर शोक प्रकट करती है।
कामरेड शणमुगम मजदूर वर्ग व मेहनतकशों के हितों के लिये संघर्ष करने वाले योध्दाओं के परिवार से थे। उनके पिता श्री रामस्वामी ने किसान संगठन की स्थापना की, जिसने सेलायुर, चेन्नई में कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना की नींव डाली थी। कामरेड शणमुगम ने अपनी युवावस्था में स्टैंडर्ड मोटर्स में काम शुरू किया और वहां के मजदूर यूनियन में एक अगुवा योध्दा थे। जब स्टैंडर्ड मोटर्स बंद हो गया, तब भी का. शणमुगम मजदूरों के हकों के लिये संघर्ष करते रहे।
का. शणमुगम ने सेलायुर में सरकारी स्कूल को स्थापित व मजबूत करने के लिये बहुत मेहनत की। सार्वजनिक भूमि, कुदरती पर्यावरण और जल स्रोतों की रक्षा करने में सरकार की नाकामयाबी के खिलाफ़ उन्होंने ज़ोरदार संघर्ष किया। उन्होंने अधिकारियों के खिलाफ़ लोगों को एकजुट किया और काफी सफलता प्राप्त की थी। अपने इलाके में निर्माण मजदूरों का यूनियन बनाने में उन्होंने अगुवा भूमिका निभाई। वे किसी का भी नि:स्वार्थ रूप से समर्थन करते थे। वे राज्य और उसके हमलों के खिलाफ़ अडिग योध्दा थे।
का. शणमुगम एक वफादार कम्युनिस्ट योध्दा थे जिन्होंने मजदूर वर्ग और सभी पीड़ितों के उध्दार के लिये अपना पूरा सक्रिय जीवन अर्पित किया। एक स्पष्ट और अडिग मार्क्सवादी-लेनिनवादी क्रान्तिकारी कार्यदिशा वाली पार्टी की उनकी तलाश ने उन्हें हमारी पार्टी की ओर आकर्षित किया। तमिलनाडु के मजदूर वर्ग के बीच हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी को बनाने व मजबूत करने में उन्होंने अपना जीवन अर्पित किया।
29नवंबर को उनकी शोक सभा में हिन्दोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी, भाकपा, माकपा, भाकपा (माले) लिबरेशन, लोक राज संगठन, काटिडा तोड़िलालार संगम, आरगेनाइजेशन फार प्रोटेक्शन आफ एनवायरानमेंट, भूतपूर्व स्टैंडर्ड मोटर्स वर्कर्स यूनियन आदि के साथी उपस्थित थे।
योध्दा और कम्युनिस्ट नेता का. आर. शणमुगम को लाल सलाम!