10 नवम्बर, 2011 को मानेसर स्थित सुजुकी पावर ट्रेन के तीन निलंबित नेताओं ने प्रबंधन पर आरोप लगाया कि उन पर प्रबंधन पूरा दबाव डाल रहा है कि वे नौकरी से इस्तीफा देकर चले जायें। इसके लिए प्रबंधन भारी रिश्वत देकर उन्हें संघर्ष से पीछे हटने को मजबूर कर रहा है।
10 नवम्बर, 2011 को मानेसर स्थित सुजुकी पावर ट्रेन के तीन निलंबित नेताओं ने प्रबंधन पर आरोप लगाया कि उन पर प्रबंधन पूरा दबाव डाल रहा है कि वे नौकरी से इस्तीफा देकर चले जायें। इसके लिए प्रबंधन भारी रिश्वत देकर उन्हें संघर्ष से पीछे हटने को मजबूर कर रहा है।
यूनियन ने आरोप लगाया कि प्रबंधन का षडयंत्र मजदूरों में फूट डालने और यूनियन को खत्म करने का है। यूनियन ने ऐलान किया है कि वे डटकर अपने अधिकार के लिए संघर्ष करेंगे और तीन निलंबित नेताओं को वापस लेने के लिए प्रबंधन को मजबूर करेंगे।
विदित है कि सुजुकी पावर ट्रेन की यूनियन ने मारूती-सुजुकी के मजदूरों के समर्थन में अपने प्लांट को ठप्प किया था।