माननीय संपादक महोदय, हाल ही में हमारे देश के प्रधानमंत्री महामहीम मनमोहन सिंह जी ने सच्चाई उगल दी, जब वे जी-20 (दुनिया की 20महासत्ताओं की) बैठक के बाद वार्ताकारों को संबोधित कर रहे थे। अपने देश में खाद्यान्नों की महंगाई 12प्रतिशत से ज्यादा बढ़ गयी है। उसका जिक्र करते हुये उन्होंने वार्ताकारों को बताया कि ''बढ़ती महंगाई तो इस बात का प्रतीक है कि हिन्दोस्तान का विकास हो रहा है, वह प्रगति
माननीय संपादक महोदय, हाल ही में हमारे देश के प्रधानमंत्री महामहीम मनमोहन सिंह जी ने सच्चाई उगल दी, जब वे जी-20 (दुनिया की 20महासत्ताओं की) बैठक के बाद वार्ताकारों को संबोधित कर रहे थे। अपने देश में खाद्यान्नों की महंगाई 12प्रतिशत से ज्यादा बढ़ गयी है। उसका जिक्र करते हुये उन्होंने वार्ताकारों को बताया कि ''बढ़ती महंगाई तो इस बात का प्रतीक है कि हिन्दोस्तान का विकास हो रहा है, वह प्रगति के पथ पर अग्रसर है!'' यह सुनकर देश भर के कई लोग जो आम जनता के हितैषी हैं, आगबबूले हो गये। मगर मैं पूछता हूँ कि इसमें गुस्सा क्यों होना चाहिये? उसने सच्चाई ही तो बयान की। अरे भाई, वह जिस वर्ग का राज चला रहा है, उस सरमायदार वर्ग का तो महंगाई बढ़ाने से विकास ही होता है। इस तरह सच्चाई उगलने की वजह शायद कुछ अक्लमंदों की वह गलतफहमी तो दूर हो जायेगी कि अपने देश में जनतंत्र यानि कि जनता का राज है। मैं तो तहे दिल से प्रधानमंत्री को बधाई दूँगा, इस तरह सच्चाई उगलने के लिये!
आपका पाठक,
अमित, मुंबई